संजीवनी पशु योजना के तहत पशुओं का आधार कार्ड

संजीवनी पशु योजना के तहत पशुओं का आधार कार्ड

प्रकाश प्रभाव न्यूज़

कौशाम्बी। जून 03, 2020

रिपोर्ट- मिथलेश कुमार (मोनू साहू)


 संजीवनी पशु योजना के तहत पशुओं का आधार कार्ड की तरह ही जारी यूनिक टैग आई डी नंबर

इंफॉर्मेशन नेटवर्क फॉर एनिमल प्रोडक्शन एवं हेल्थ (इनाफ) अभियान के तहत दुधारू पशुओं का पंजीकरण शुरू

कौशाम्बी। कृषि विज्ञान केंद्र कौशाम्बी के पशु पालन विशेषज्ञ डॉ आशीष श्रीवास्तव ने जनपद के समस्त पशु पालकों को कोविड 19 सलाह के तहत जागरूक करते हुए कहा कि विभाग की ओर से दुधारू पशु गाय- भैंस को टैग लगाने का अभियान शुरू किया गया है ।

टैगिंग के आधार पर पशुओं को आधार कार्ड की तरह ही यूनिक टैग नंबर दिए जा रहे हैं। सरकार का मानना है कि दुधारू पशुओं को यूनिक नंबर मिलने से पशु का पूरा ब्यौरा कंप्यूटर में एक क्लिक पर सामने आ जाएगा, जिले भर में ( संजीवनी पशु योजना ) के तहत इंफॉर्मेशन नेटवर्क फॉर एनिमल प्रोडक्शन एवं हेल्थ (इनाफ) अभियान के तहत दुधारू पशुओं का पंजीकरण कर यूनिक नंबर जारी किए जाएंगे। जिससे भैंस व गाय को 12 अंकों का आधार कार्ड की तरह ही यूनिक नंबर जारी होगा, यह आईडी पशु के कान में लगाई जा रही है, इससे पशु पालक व पशु की संपूर्ण जानकारी इंफॉर्मेशन नेटवर्क प्रोडक्शन एंड हेल्थ (इनाफ़) सॉफ्टवेयर में अपलोड की जा रही है पशुओं के टीकाकरण के लिए वैक्सीन, टैगिंग के लिए एप्लीकेशन और पशु चिकित्सकों के साथ पैरावेट एवं अन्य कर्मचारियों को लगाया गया है।

केंद्र के पशुपालन विभाग विशेषज्ञ ने बताया कि डेयरी उद्योग एक महत्वपूर्ण सेक्टर हैं। पशुपालकों को एक क्लिक में पूरी जानकारी मिलेगी इसी विशिष्ट पहचान संख्या के जरिए पशुओं का टीकाकरण व अन्य सुविधाएं पशुपालकों को दी जा रही है।

 बता दें कि अब पशुओं के कान में पड़ा टैग मालिक का पता भी बताएगा ताकि किसी की शिकायत तरित स्थानांतरण हो सके किसानों के पशुओं के स्वास्थ्य के साथ दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए यह कोड यूनिक आईडी जारी किया जा रहा है लेकिन हमारे पशुओं की संख्या ज्यादा होने के बावजूद दुग्ध उत्पादन कम हो रहा है इस टैगिंग से पशुओं को कृत्रिम गर्भधान इलाज उत्पादकता के आकलन के लिए रिकॉर्ड रहेगा, इसमें पशुओं का अनुवांशिक डाटा भी शामिल रहेगा ।

अनुवांशिक सुधार कार्यक्रमों की निगरानी बेहतर हो सकेगी ।

पशुओं के आहार संतुलन पशुओं के स्वास्थ्य की जानकारी मिल सकेगी पशुओं जिससे किसानों के उत्पादन में वृद्धि होने की मदद मिलेगी कृत्रिम गर्भधान पर जोर दिया जा रहा है पशुओं के कान में टैगिंग नहीं करने वाले पशुपालकों को पशुपालन योजनाओं का लाभ नहीं मिल सकेगा।

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