कोविड उपचाराधीन की निगरानी करेगी रैपिड रिस्पांस टीम

कोविड उपचाराधीन की निगरानी करेगी रैपिड रिस्पांस टीम

प्रतापगढ 


18.05.2021


रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी 



कोविड उपचाराधीन की निगरानी करेगी रैपिड रेस्पांस टीम




 मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 अरविन्द कुमार श्रीवास्तव ने बताया है कि कोविड संक्रमण बढ़ने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने कोविड पाजिटिव मरीज जो होम आइसोलेशन में है उनकी निगरानी कर जरूरी मदद पहुॅचाने का निर्णय लिया है। इसके लिये शासन की तरफ से गाइडलाइन जारी कर निर्देश दिये गये है। इसके अलावा बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुये एन्टीजन एवं आरटीपीसीआर जांच के लिये प्रयोगशालाओं की क्षमता में वृद्धि भी की गयी है। सीएमओ ने बताया है कि जनपद के ग्रामीण क्षेत्र में 106 रैपिड रेस्पांस टीम (आरआरटी) तथा 17 शहरी क्षेत्र में रैपिड रेस्पांस टीम का गठन किया गया है जिसमें नगरीय निकाय/ग्रामीण के प्रशासनिक सदस्यों को सम्मिलित किया है। उन्होने कहा कि जांच के बाद कोविड पाजिटिव होने की स्थिति में आरआरटी का काम शुरू हो जाता है। आरआरटी पाजिटिव रिपोर्ट आने पर सबसे पहले सम्बन्धित के घर का दौरा कर यह तय करती है प्रभावित को होम आइसोलेशन में रखा जा सकता है या फिर उसे कोविड अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत है। दरअसल अधिकतर मरीज होम आइसोलेशन में रहकर ठीक हो सकते है बशर्ते उनके घर में इतनी जगह हो। यह सब देखने के बाद ही आरआरटी सलाह देती है कि आप घर में रहे या फिर अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत है। उन्होने कहा कि आरआरटी की सलाह मानें और उसके द्वारा पूछे जाने वाले सवालों के सही-सही जवाब दें। जनता का यह सहयोग हमें इस बीमारी से लड़ने में मदद करेगा। जनपद में 106 आरआरटी काम कर रही है हर 15 कोविड पाजिटिव मरीज पर एक आरआरटी काम करेगी। पाजिटिव का उपचार शुरू कराने के साथ ही आरआरटी आस-पास के घरों में सर्वे कर यह पता लगाने का प्रयास करती है कि किसी पड़ोसी में कोविड के लक्षण तो नही हैं। पड़ोसियों की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह आरआरटी को सही-सही जवाब दें और पाजिटिव आये व्यक्ति और उसके परिवार के साथ कोई भेदभाव न करें। उन्होने कहा कि कोविड का प्रसार रोकने के लिये मास्क का इस्तेमाल और एक दूसरे से कम से कम दो गज की शारीरिक दूरी जरूरी है लेकिन इसका यह मतलब कदापि नहीं होना चाहिये कि कोविड पाजिटिव व्यक्ति या उसके परिवार के साथ हम किसी तरह का भेदभाव करने लगें। कोविड-19 से हम सबको मिलकर लड़ना है और इस कोरोना को हराना है। उन्होने कहा कि कोविड-19 से डरने की जरूरत नही है लेकिन सतर्कता जरूरी है। इसके लिये घर से बाहर कभी भी बिना मास्क लगाये न निकले। ध्यान रहे कि तीन लेयर वाला मास्क हो और मुंह और नाक अच्छी तरह से ढके हो। सार्वजनिक स्थल पर दो गज की शारीरिक दूरी का पालन करें और बार-बार अपने हाथों को साबुन, पानी से धोते रहे। जहां यह सम्भव न हो वहां सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। अपनी बारी आने पर टीकाकरण अवश्य करायें लेकिन ध्यान रहे टीकाकरण के बाद भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन जरूरी है यानि मास्क और दो गज की दूरी टीकाकरण के बाद भी जरूरी है। उन्होने रैपिड रेस्पांस टीम के सदस्य के बारे में बताया है कि टीम का प्रथम सदस्य एमबीबीएस अथवा आयुष चिकित्सक होगें, टीम के द्वितीय सदस्य स्वास्थ्य विभाग का पैरामेडिकल स्टाफ होगा, इसके लिये उन्हें जनपद स्तरीय प्रशिक्षण भी दिया जायेगा। टीम का तीसरा सदस्य स्थानीय प्रशासन होगा। आरआरटी के कार्य के बारे में उन्होने बताया है कि कोविड जांच के रिजल्ट के 24 घंटे के अन्दर मरीज के घर का भ्रमण करेगी, टीम द्वारा कोविड मरीजों का वर्गीकरण, लक्षणहीन तथा लक्षणविहीन के आधार पर करेगी तथा कोविड के नये लक्षण वाले सम्भावित मरीजों की जांच तुरन्त करायेगी।

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