विकास परियोजनाओं में भ्रष्टाचार के साथ प्रदेश में स्थानान्तरण उद्योग चिन्ताजनक-- प्रमोद तिवारी

विकास परियोजनाओं में भ्रष्टाचार के साथ प्रदेश में स्थानान्तरण उद्योग चिन्ताजनक-- प्रमोद तिवारी

प्रतापगढ 


23.07.2022



रिपोर्ट-- मो.हसनैन हाशमी



विकास परियोजनाओं में भ्रष्टाचार के साथ प्रदेश में स्थानान्तरण उद्योग चिन्ताजनक- प्रमोद तिवारी




प्रतापगढ़। राज्यसभा सांसद एवं केन्द्रीय कांग्रेस वर्किग कमेटी के सदस्य प्रमोद तिवारी ने यूपी की भाजपा सरकार पर विकास तथा जनसुविधाओं के क्षेत्र में ईमानदारी का अभाव ठहराते हुए भ्रष्टाचार को मिल रहे बढ़ावा को बेहद चिन्ताजनक करार दिया है। श्री तिवारी ने कहा कि प्रदेश की जनता बिजली तथा खरीफ की फसल को लेकर इस समय हलाकान हो उठी है। उन्होने कहा कि इसके ठीक विपरीत प्रदेश सरकार में सिर्फ तबादला उद्योग ही पूरी ताकत से बढ़ रहा है। सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि इन्वेस्टमेंट समिटि की घोषणाएं प्रदेश मे जरूर हुई पर इन घोषणाओं के अनुपात मे सूबे की सरकार न तो निवेश कर सकी और न ही लोगों को नौकरी ही मिल सकी। शनिवार को नगर स्थित क्षेत्रीय विधायक आराधना मिश्रा मोना के कैम्प कार्यालय पर प्रेस वार्ता के दौरान श्री तिवारी ने प्रदेश में तबादला उद्योग का तंज कसते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के छः महत्वपूर्ण सशक्त मंत्रियों एवं राज्य मंत्रियो ने लिखित तथा मौखिक रूप से अथवा मीडिया के माध्यम से अपनी पीडा व असंतोष लखनऊ से लेकर दिल्ली तक जाहिर कर जिस तरह से दुखड़ा रोया है वह स्थानांतरण उद्योग को लेकर बड़ा सवाल खड़ा कर गया है। बतौर उदाहरण राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने मंत्री दिनेश खटीक के द्वारा विभाग की कार्यप्रणाली और दलित समुदाय के मंत्री के रूप में विभाग के कैबिनेट मंत्री तथा अफसरो पर खुद की अनसुनी किये जाने के आरोप को बेहद गंभीर ठहराया है। उन्होनें कहा कि इन्वेंस्मेंट समिटि की सैकड़ो करोड़ की घोषणाएं तो प्रदेश में प्रभावी नही हो सकी बल्कि दिल्ली से लेकर लखनऊ तक सत्ता के गलियारों मे सैकडो करोड के लेनदेन की तैर रही खबर भाजपा सरकार की ईमानदारी की साख पर बटटा भी लगा गयी है। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे के लिए चौदह हजार आठ सौ पचास करोड़ खर्च करने के बाद पांचवे दिन ही इसके टूटने और धंसने को लेकर भी सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि अब तो यह एक्सप्रेसवे निर्माण परियोजना भी सरकार की ईमानदारी और भ्रष्टाचार की कहानी बयां कर रहा है। उन्होने तंज कसा कि जिस बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे का लोकार्पण प्रधानमंत्री ने किया हो उसकी शुरूआती गुणवत्ता भी तार-तार हो उठना जनता के बीच सरकार की नियत पर सवाल खड़ा कर गया है। सांसद प्रमोद तिवारी ने प्रदेश में बिजली आपूर्ति को दोषपूर्ण ठहराते हुए इसे जनता के लिए बेहद तकलीफदेय कहा है। उन्होने कहा कि आम शहरी और ग्रामीण नागरिक भीषण गर्मी से जहां पीडित है वहीं बरसात का भी प्रतिकूल प्रभाव  खरीफ की प्रमुख फसल धान पर पड़ना तय है। उन्होने कहा कि राष्ट्रीय उत्पादन मे भारी गिरावट की संभावना के बावजूद विद्युत आपूर्ति नियमित रूप से सुनिश्चित न हो पाना बिजली विभाग की सबसे बड़ी असफलता है। श्री तिवारी ने सरकार से कहा है कि वह प्रदेश मे बिजली की मांग के मुकाबले आपूर्ति मे हुई भारी कमी को दूर करने के लिए जिन प्रदेशों मे सरप्लस बिजली है वहां से अथवा ग्रिड से इसकी खरीद कर कमी को पूरा करे। प्रदेश में तदर्थ शिक्षकों की मौजूदा समस्या का जिक्र करते हुए सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि तदर्थ शिक्षक की स्थिति स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की तरह है जिनकी संख्या दिन प्रतिदिन कम होनी है, बढ़नी नही है। ऐसे मे उन्होने सरकार के द्वारा आधे अधूरे मन से तदर्थ शिक्षकों के समाधान को अव्यवहारिक ठहराते हुए इन शिक्षको के साथ पूर्ण न्याय पर जोर दिया है। कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि तदर्थ शिक्षकों को सेवा अवधि समाप्त होने तक इनके वेतनमान सहित उन्हीं शर्तो पर सेवा अवधि तक बनाए रखने के लिए उनके सुझाव पर सरकार फौरन अमल करे। श्री तिवारी ने तदर्थ शिक्षको के संदर्भ में लिए गये निर्णय को लेकर सरकार को पत्र लिखकर आभार जताते हुए स्वयं के सुझाव के अनुरूप सेवानिवृत्त होने तक सरकार से बड़ा दिल दिखाये जाने की आवश्यकता पर जोर दिया है। राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने वार्ता के दौरान संसद के मानसून सत्र में गतिरोध के लिए केन्द्र सरकार के द्वारा जीएसटी के माध्यम से गरीब जनता पर आटा, चावल, दाल, पनीर, दूध, दही वहीं छात्रों की किताबों सहित महत्वपूर्ण वस्तुओं पर जबरदस्त टैक्स लगाने को जिम्मेदार ठहराया है। सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि पांच दिनों तक संसद के अंदर और संसद के बाहर कांग्रेस का विरोध सरकार के द्वारा बड़े पूंजीपतियों के द्वारा पैक्ड सामान के तहत जनता पर जबरिया थोपी जाने वाली मंहगाई को लेकर बना हुआ है। उन्होने अपने तीखे हमले में यहां तक कहा कि सरकार का जमीर पूंजीपति मित्रों ने खरीद रखा है। सीडब्ल्यूसी मेंबर प्रमोद तिवारी ने पार्टी की ओर से यह भी ऐलान किया कि गरीब एवं मध्यम वर्ग पर थोपी गयी इस मंहगाई का कांग्रेस का संघर्ष जारी रहेगा। ईडी समेत इनकम टैक्स, सीबीआई, जैसी संस्थाओं पर सरकार के इशारे पर राजनैतिक विरोधियों के उत्पीड़न के लिए भी सांसद प्रमोद तिवारी ने सरकार की घेराबंदी की। उन्होनें कहा कि यह संस्थाएं स्वयं के अधिकारियों के आदेश का कम बल्कि सरकार के निर्देश ज्यादा ले रही है। सोनिया गांधी को लेकर पूछताछ को बदले की भावना करार देते हुए उन्होने कहा कि जिस समाचार पत्र को नब्बे करोड़ का कर्ज दिया गया उसमें साफ नियम प्रतिपादित है कि न तो एक पैसे की सम्पत्ति बेंची जा सकती है और न ही धन ही निकाला जा सकता है। यहां तक कि बकौल प्रमोद तिवारी ने सम्पत्ति की मनीलांड्रिग ही की जा सकती है। उन्होने कहा कि कांग्रेस संसद के अंदर और संसद के बाहर मोदी सरकार के इस प्रकार की तानाशाही रवैये के विरोध में संघर्ष की आवाज और मुखर करेगी। इसके पूर्व राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कुम्भीआइमा के शबाना बाबा की मजार पर कौमी एकता की मजबूती को लेकर चादरपोशी की। सांसद प्रमोद तिवारी ने बाबा घुइसरनाथ धाम में दर्शन पूजन कर श्रावण माह में यहां आने वाले श्रद्धालुओं व कांवड़ियों की सुविधाओं को लेकर कार्यकर्ताओं को सेवाभाव के निर्देश दिये। उन्होने मंगापुर में वरिष्ठ अधिवक्ता एवं साहित्यकार परशुराम उपाध्याय के निधन पर परिजनों से मिलकर संवेदना भी जतायी। इस मौके पर प्रतिनिधि भगवती प्रसाद तिवारी, सांगीपुर प्रमुख अशोक सिंह बब्लू, इरफान, पवन शुक्ल, दृगपाल यादव, रामकृपाल पासी, मुस्ताक अहमद, रोहित सिंह, राजू मिश्र, सुधाकर पाण्डेय, रामबोध शुक्ल, आशीष उपाध्याय, संतोष द्विवेदी, ददन सिंह, आदि रहे।

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