धन, पद, प्रतिष्ठा के सदुपयोग से मिलती है मुक्ति--आचार्य भोले नाथ शुक्ला
- Posted By: MOHD HASNAIN HASHMI
- राज्य
- Updated: 13 November, 2021 19:39
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प्रतापगढ
13.11.2021
रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी
धन, पद, प्रतिष्ठा के सदुपयोग से मिलती है मुक्ति-- आचार्य भोलेनाथ शुक्ल
प्रतापगढ़ जनपद के विकासखंड सांगीपुर स्थित ग्राम मनौती (मंगापुर) में वरिष्ठ अधिवक्ता लालता प्रसाद तिवारी (मुख्य यजमान) के संयोजन में उनके निवास पर गत 9 नवंबर 2021 से चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चतुर्थ दिवस पर श्रीधाम वृंदावन से पधारे कथाव्यास आचार्य भोलेनाथ शुक्ल जी महाराज ने भागवत में वर्णित प्रहलाद प्रसंग का वर्णन करते हुए होलिका के मोक्ष की कथा सुनाया। उन्होंने कहा कि यद्यपि होलिका को अग्नि में जल कर नष्ट न होने का वरदान मिला था, लेकिन उस वरदान का दुरुपयोग करने पर प्रहलाद बच गया और वह भस्म हो गई। समाज के लिए एक संदेश देते हुए आचार्य जी ने कहा कि धन, पद, प्रतिष्ठा के सदुपयोग से मुक्ति मिलती है। उन्होंने आगे बताया कि बेटे की शिक्षा का दायित्व पिता से ज्यादा मां का होता है। बेटे के जन्म के समय मां की जैसी भावना होगी, उसी के अनुरूप बेटा प्रतिष्ठा प्राप्त करेगा।
आचार्य जी ने नृसिंह भगवान का अवतार, हिरण्यकश्यप मोक्ष, गज ग्राह मोक्ष आदि प्रसंगों का वर्णन करते हुए श्रीरामचरितमानस में वर्णित राम सीता विवाह के प्रसंग को ज्ञान और भक्ति का मिलन बताया।
कथा के अंतिम क्षणों में श्री कृष्ण जन्म की झांकी का दर्शन कर बड़ी संख्या में उपस्थित संभ्रांत जन, महिलाएं व बच्चे अभिभूत होकर नाचते, गाते व थिरकते नजर आए।
मुख्य यजमान लालता प्रसाद तिवारी एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती विजयलक्ष्मी तिवारी,श्रीमती कुसुम तिवारी एवं कालिका प्रसाद तिवारी द्वारा नियमित रूप से यज्ञशाला में स्थापित समस्त देवी देवताओं का पूजन, अर्चन तीर्थराज प्रयाग से पधारे यज्ञाचार्य पंडित सिद्धार्थ मिश्रा एवं संतकबीरनगर से आये पंडित परमानंद त्रिपाठी एवं उनके यज्ञसहायक पंडित गया प्रसाद शुक्ल तथा कुलगुरु पंडित लालजी शुक्ला (गोरखपुर) के वेद मंत्रों से विधिवत संपन्न किया जा रहा है। वेद मंत्रों की गूंज ध्वनि विस्तारकयंत्र के माध्यम से सर्वत्र सुनाई दे रही है।
संगीतमयी श्रीमद् भागवत कथा को रोचक बनाने में संगीतकारों की अवर्णनीय भूमिका है। जहां तबला पर संगत कर रहे हैं पंडित अनुपम तिवारी, वहीं आर्गन पर जय तिवारी व पैड पर संतोष जी की संगीत लहरी से श्रोता भावविभोर हो रहे हैं।
कथा श्रवण करने वालों में शिक्षाविद पंडित भवानी शंकर उपाध्याय, प्रेमचंद्र मिश्र, वरिष्ठ अधिवक्ता परशुराम उपाध्याय सुमन, जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि सुरेश सिंह 'लल्लन' सहित राजन सिंह दद्दा, जगदीश प्रसाद पांडेय, महावीर सिंह, वेद प्रकाश शुक्ला एडवोकेट, सुरेंद्र बहादुर सिंह, अरुण तिवारी,श्रीमती सुषमा मैडम, कामता प्रसाद तिवारी, आर यल सिंह, ग्राम प्रधान ननौती जियालाल, प्रधानाचार्य कृष्ण कुमार सिंह, शिक्षक शिव प्रसाद तिवारी आदि भारी संख्या में क्षेत्र के संभ्रांतजन, महिलाएं व बच्चे आदि हैं। कार्यक्रम को व्यवस्थित रूप से संचालित करने में कौशलेश तिवारी, बृजेश तिवारी, जितेंद्र तिवारी, राजेन्द्र तिवारी, रवीन्द्र तिवारी, अंश, शिवांश एवं रुद्रांश आदि का विशेष योगदान है।
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