प्रशासन की लापरवाही किसी निर्दोष पर न पड़े भारी

प्रशासन की लापरवाही किसी निर्दोष पर न पड़े भारी

प्रकाश प्रभाव न्यूज़ प्रयागराज 

ब्यूरो रिपोर्ट

प्रशासन की लापरवाही किसी निर्दोष पर न पड़े भारी।

प्रयागराज। नवाबगंज थाना के अंतर्गत पबनाह ग्राम सभा में दिनांक 28 सितंबर 2020 को रात में एक महिला आशा देवी उम्र लगभग 35 वर्ष की हत्या हो गई। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस टीम ने मृतका आशा देवी के पति शिव शंकर मौर्य को हत्या के जुर्म में गिरफ्तार भी कर लिया तथा जिस कुल्हाड़ी से हत्या की गई थी वह भी बरामद कर ली गई। समस्त वैधानिक कार्यवाही होने के पश्चात पुलिस ने जो प्रेस विज्ञप्ति दिया वह निम्न है:-

प्रेस नोट थाना नवाबगंज जनपद प्रयागराज दिनांक 28•09•2020।

थाना नवाबगंज पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर दिनांक 28.09.2020 को समय करीब 1:20 बजे थाना नवाबगंज पर पंजीकृत मुकदमा अपराध संख्या 873/20 धारा 302/506 भारतीय दंड संहिता से संबंधित नामजद अभियुक्त शिव शंकर मौर्य पुत्र राधेश्याम मौर्य निवासी पबनाह थाना नवाबगंज जनपद प्रयागराज को बैंक आफ बडौदा नवाबगंज के पास से गिरफ्तार किया गया एवं घटना में प्रयुक्त एक अदत रक्तरंजित कुल्हाड़ी आला कत्ल अभियुक्त की निशानदेही पर घर के पास स्थित धान के खेत से बरामद कर अभियुक्त उपरोक्त को जेल भेजा गया। उक्त घटना में विवेचना के दौरान यह तथ्य प्रकाश में आया कि अभियुक्त अपनी पत्नी को एजेंट बना कर एक समूह चलाता था जिसमें क्षेत्र के 28 लोगों को बंधन बैंक कोरिया से कर्ज दिलवाया था जिसका पैसा उक्त लोगों द्वारा समय से न जमा करने पर अभियुक्त के ऊपर बैंक का दबाव था इसके अतिरिक्त अभियुक्त द्वारा अपनी पत्नी के नाम तीन लाख का लोन लिया गया था एवं भारतीय जीवन बीमा निगम से एक लाख  रुपए का बीमा व सहारा से 10 लाख रुपए का बीमा करवाया था।  बैंक का पैसा न जमा करने, लोन माफ हो जाने एवं बीमा का पैसा मिल जाने के उद्देश्य से अभियुक्त ने अपनी पत्नी आशा देवी को रात के 1:30 बजे कुल्हाड़ी से उसके सर पर वार कर हत्या कर दी।

       उपरोक्त प्रेस विज्ञप्ति थाना नवाबगंज प्रयागराज के द्वारा दी गई।

       पीपीएन न्यूज़ चैनल के संवाददाता जब उक्त घटना स्थल पर पहुंचे और वहां के लोगों से मुलाकात की तो बातचीत के दौरान वहां कुछ और भी तथ्य सामने आए जो निम्न हैं:-

1- पुलिस का कहना है कि शिव शंकर मौर्य को बैंक ऑफ बड़ौदा के नजदीक से गिरफ्तार किया गया जबकि गांव व घर वालों का कहना है कि पुलिस ने उनको उनके घर से गिरफ्तार किया।

2- पुलिस का कहना है कि मृतक महिला के नाम भारतीय जीवन बीमा निगम एवं सहारा बैंक से बीमा पालिसी थी। जबकि उनके घर परिवार वालों का कहना है कि उनके नाम एक रुपए का किसी भी बैंक से कोई भी बीमा नहीं था।

3- पुलिस विभाग की तरफ से कहा गया है कि मृतका  ने 28 लोगों को बंधन बैंक से कर्ज दिलवाया था जिसका पैसा समय पर न जमा होने के कारण उनके ऊपर दबाव था। जबकि उनके घर परिवार वालों और समूह में सम्मिलित महिलाओं से पूछने पर यह ज्ञात हुआ की ऐसी कोई बात नहीं थी जो पैसा लोन लिया गया था सब समय से जमा हो रहा था और मृतका का संबंध हर व्यक्ति से बहुत ही अच्छा था।

       अब उपरोक्त तथ्यों और गांव वालों से मिली जानकारी के अनुसार यह हत्या संदेहास्पद लग रही है। यदि प्रशासन के द्वारा उचित और सही दिशा में जांच कराई जाए तो हो सकता है कि इसका परिणाम कुछ और मिले क्योंकि वहां उपस्थित लोगों ने यह भी बताया कि जिस दिन हत्या हुई थी उसके दो दिन पूर्व दो लोग आए थे और शिव शंकर मौर्य से उनकी काफी कहासुनी और वाद विवाद भी हुआ था। झगड़ा लड़ाई होने के बाद जो लोग आए थे उन्होंने यह भी कहा था कि इसका परिणाम बहुत बुरा होगा। इस घटना की जानकारी शिव शंकर मौर्य ने प्रशासन को भी दी थी। यदि इन सारे तथ्यों को देखते हुए निष्पक्ष जांच की जाए तो इसका परिणाम कुछ और हो सकता है।

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