नगराम में नशेड़ी युवकों का बीच बचाव करने पहुंचे सिपाही को अकेला पाकर भीड़ ने धुना, वर्दी फाड़ी

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PPN NEWS
लखनऊ ।
रिपोर्ट- नवीन वर्मा।
नगराम में नशेड़ी युवकों का बीच बचाव करने पहुंचे सिपाही को अकेला पाकर भीड़ ने धुना, वर्दी फाड़ी
- आरोपियों पर संगीन धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा, 11 नामजद।
- नगराम के तमोरिया गांव में मेले की घटना
नगराम के तमोरिया गांव में आयोजित मेले में बुधवार देर रात शराब पीकर झगड़ रहे दो नशेड़ी युवकों का बीच बचाव करने पहुंचे सिपाही व नशेड़ियों के बीच भिड़ंत हो गयी। आरोप है कि बेखौफ भीड़ ने सिपाही को अकेला पाकर उसके साथ मारपीट के दौरान उसकी वर्दी भी फाड़ दी। घटना की सूचना के बाद भारी संख्या में पुलिस कर्मियों के पहुंचने से पहले आरोपी मौके से भाग निकले। इंस्पेक्टर नगराम के अनुसार सिपाही की तहरीर पर छः को नामजद करते हुए चार पांच अन्य अज्ञात के विरूद्ध सरकारी कर्मचारी से मारपीट करने सरकारी काम में बाधा डालने सहित एससी/एसटी एवं सीएलए एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच एसीपी मोहनलालगंज विजयराज सिंह द्वारा की जा रही है।
पूरा मामला नगराम थाना क्षेत्र के तमोरिया गांव का है। जहाँ हर वर्ष की तरह ज्येष्ठ माह के तीसरे बड़े मंगल पर गांव स्थित हनुमान मंदिर पर दो दिवसीय मेले का आयोजन होता चला आ रहा है। इस वर्ष आयोजित दो दिवसीय मेले के अंतिम दिन बुधवार रात में नौटंकी का कार्यक्रम था। कार्यक्रम में नर्तकियों का नाच हो रहा था। ग्रामीणों के अनुसार मेले में जुएं का फड़ भी चल रहा था। इसी बीच गांव के राजसिंह व सचिन जुएं का विरोध करते हुए जुएं का फड़ बंद कराने लगे। जबकि इसी गांव का दूसरा युवक रंजीत सिंह जुएं का खेल चालू रखने के लिए दबाव बनाने लगा। इस बात पर दोनों पक्षों के बीच भिड़ंत हो गयी।
इस बाबत जानकारी होते ही मेले से करीब दो किलोमीटर दूर करोरा बाजार में मौजूद हल्के का सिपाही अंकित सरोज अकेले ही तमोरिया गांव जा पहुंचा । जहां झगड़ रहे युवकों के बीच हस्तक्षेप कर भगाने लगा। न मानने पर एक पक्ष के राज सिंह को थप्पड़ जड़ दिया। इसकी भनक लगते ही पीटे गए युवक के परिजन भीड़ के साथ मौके पर पहुंचे और सिपाही से भिड़ गए। सिपाही अंकित का आरोप है कि उन लोगों द्वारा उसके साथ मारपीट कर उसकी वर्दी फाड़ दी गयी। सिपाही द्वारा अपने साथ हुई घटना की सूचना पालीगान 146 व थाने पर दी गयी।
इंस्पेक्टर नगराम शमीम खान ने बताया कि तमोरिया गांव में मेले के दौरान सिपाही के साथ हुई घटना के बाबत कांस्टेबल अंकित सरोज के द्वारा देर रात दी गयी तहरीर पर तमोरिया निवासी सचिन सिंह, उसके पिता संजय चाचा सुरेश सिंह, परिवार के अमित सिंह व उसके सगे भाई अजीत सिंह व लड़के राजसिंह सहित चार पांच अज्ञात के विरूद्ध सरकारी कर्मचारी की पिटाई, सरकारी काम में बांधा डालने व एससी/एसटी, समेत सीएलए एक्ट के तहत संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
सुरक्षा के लिए गांव में पुलिस बल भी तैनात किया गया है। मामले के विवेचक एसीपी मोहनलालगंज विजय राज सिंह के अनुसार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिशें दी जा रही हैं। वहीं तमोरिया गांव में बुधवार रात मेले के दौरान रंजीत द्वारा अपने उपर हुए हमले व घर में घुसकर पिटाई के बाबत गांव के राज सिंह अमित व उसके लड़के राज सिंह के विरूद्ध अलग से दूसरा मुकदमा भी दर्ज कराया गया।
थाने से रवानगी दो की लेकिन मौके पर अकेला पहुंचा सिपाही
तमोरिया गांव में हुई वारदात के समय सिपाही अकेले पहुंचा जबकि पुलिस नियमावली के हिसाब से दो सिपाहियों की एक साथ रवानगी होती है। अब सवाल यह उठता है कि घटना के समय जब सिपाही अंकित पिट रहा था तो दूसरा सिपाही जिसकी रवानगी अंकित के साथ हुई थी वह वहां मौजूद नहीं था इस विषय में पुलिस के अधिकारी जवाब देने से कतरा रहे हैं ।
सिपाही व आरोपी रंजीत की तहरीर में विरोधाभास
मेले में हुए बवाल के बाबत सिपाही अंकित सरोज द्वारा रंजीत व सचिन के बीच मारपीट होने की सूचना पाकर घटना स्थल पर पहुंचने की बात तहरीर में उल्लेख किया गया जबकि दूसरी ओर रंजीत द्वारा आरोपी राज, सचिन व अमित के विरूद्ध मारपीट के लिखाए गये मुकदमे की तहरीर में उल्लेख किया गया है कि आरोपियों द्वारा जब उसे मारा पीटा गया तो वह जान बचाने के लिए अपने घर में घुस गया, तीन आरोपियों द्वारा उसके घर में घुसकर भी मारा पीटा गया, चिल्लाने पर लोगों को आता देख आरोपी मौके से भाग गये थे। तो आरोपियों व सिपाही के बीच टकराहट कैसे हुई होगी ।
विवादों से पुराना रिश्ता है अंकित का
वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों की माने तो सिपाही अंकित सरोज का विवादों से पुराना नाता रहा है। कुछ माह पहले एक महिला द्वारा उसके विकलांग पति की जमीन धोखे से बैनामा करा लिए जाने का आरोप भी लगाया गया था।
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