प्रतापगढ़ में अपराध पर काबू पाने के लिए थानों पर अंगद की तरह पैर जमाए बैठे दरोगा व सिपाहियों को तास की तरह होगा फेंटना

प्रतापगढ़
30. 08. 2020
रिपोर्ट --मो. हसनैन हाशमी
प्रतापगढ़ में अपराध पर काबू पाने के लिए थानों पर अंगद की तरह पैर जमाये बैठे दरोगा और सिपाहियों को तास की तरह होगा फेंटना ।
---------------------------------
प्रतापगढ़ जनपद में आम जनता में दबी जुबान से अब यह चर्चाएं होने लगी हैं कि अपराध बढ़ने के पीछे कहीं न कहीं पुलिस का ही तो हाथ है ।योंकि जिले के अधिकतर थानों में वर्षों से दरोगा और सिपाही जैसे लंका में अंगद ने पैर जमा दिया था उसी तरह ये अपना पैर जमा कर बैठे हैं।काफी दिनों से पैर जमाए हुए हैं और इनका तबादला नही हुआ है। सूत्रों के अनुसार अपराधियों की गतिविधियों को जानते हुए भी ये मूक बन गये हैं ऐसे मूक की इनका होठ तक नहीं हिलता। बोलने की बात ही छोड़ दें पक्के वाले मूक जो जबरदस्त मौन धारण कर लिए हैं। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में तीन स्टार वाले काफी दरोगा कागजी घोड़े की लगाम पकड़ कर दौड़ा रहे हैं तो वहीं दो स्टार वाले आधा दर्जन सब इंस्पेक्टर थाना प्रभारी बनकर दूध से मोटी -मोटी मलाई छान रहे हैं। और उच्चधिकारियों को भी मलाई छनवा रहे हैं।कई इंस्पेक्टर तो अपनी इस दुर्दशा के लिए पुलिस महकमे को ही जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।अभी हाल ही कुछ दिन पहले एक थाने के मुंशी ने वसूली को लेकर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह से शिकायत की तो मुंशी पर ही गाज गिराते हुए उसे लाइन हाजिर कर दिया गया ।मामला चाहे जो भी हो जब तक ठीक से तास के पत्ते की तरह अंगद की तरह पैर जमाए हुए ये लोग फेंटे नहीं जाएंगे तब तक जिले में अपराध पर काबू पाना बहुत मुश्किल होगा।पुलिस लाइन और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में कागजी घोड़ा दौड़ा रहे तीन स्टार वाले इंस्पेक्टरों को और आम जनता को जनपद के कर्मठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य से बहुत ही आशाएँ और उम्मीदें हैं।जनता को आशा है कि जनपद के कर्मठ एवं तेज तर्रार पुलिस अधीक्षक इन उम्मीदों पर खरे उतरेंगे।
Comments