पुलिस की लापरवाही से अखौवा गांव में हो सकती है अप्रिय घटना

पुलिस की लापरवाही से अखौवा गांव में हो सकती है अप्रिय घटना

प्रतापगढ़

21. 08. 2020

रिपोर्ट ---मो. हसनैन हाशमी

पुलिस की लापरवाही से अखौवा गांव में हो सकती है अप्रिय घटना


प्रतापगढ़ जनपद के पट्टी कोतवाली क्षेत्र के अखौवा गांव में बीते शनिवार को कुछ दबंगों द्वारा शैलेश पांडेय की पशुओं के रहने के लिए बनाए गए छप्पर को गिरा दिया गया जिस पर पीड़ित व्यक्ति ने पट्टी कोतवाली में मामले की जानकारी लिखित तहरीर के माध्यम से नामजद करते हुए दिया और समुचित कार्यवाही की मांग की लेकिन पट्टी पुलिस की पुलिसिया कार्यवाही न के बराबर रही और वह मूक दर्शक बने हुए हैं।

पीड़ित ने गांव के शीतला पाठक के साथ हरिशंकर पाठक,राजेश पाठक,प्रदीप पाठक,भागवत प्रसाद पाठक,पवन पाठक,करुणेश पाठक,विपिन पाठक,अनुज पाठक,अजय कुमार पाठक,विवेक पाठक,दिलीप दुबे,बबलू पाठक,नंद कमार पाठक,गंगा प्रसाद पाठक,राजमनी पाठक,तनुज पाठक,अनिरुद्ध पाठक सहित अन्य लोगों को नामजद किया। पीड़ित ने बताया कि विपक्षियों द्वारा मेरी व मेरे पूरे परिवार की हत्या किए जाने की भी आशंका बनी हुई है,इन सभी घटना के पीछे मात्र एक ही कारण है और वह यह है कि हमारे दादा जी इस गांव में नेवासा आए हुए थे और तभी से ही कुछ ग्रामीणों द्वारा उन्हे ही प्रताड़ित किया जाता रहा लेकिन हमें यह तनिक भी अंदेशा नहीं था कि इनकी प्रताड़ना का अनुपात इतना बढ़ जाएगा कि छप्पर गिराने व घर में घुसकर मारने तक पहुंच जाएगा।

बातचीत में पीड़ित ने दबी अवाज में कहा कि आखिर इन रसूखदारों के आगे पट्टी पुलिस अपने आप को इतना बौना क्यों समझ रही है यह एक बड़ा सवाल है? हमारी समझ में यह नहीं आ रहा है कि विपक्षी द्वारा बिना भूमि की सरकारी पैमाइश कराये ही कैसे कह दिया गया कि छप्पर रखे गए आबादी की जमीन हमारी भूमिधरी की जमीन है।इस मामले में पुलिस की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है मामला जो भी हो पट्टी पुलिस शक के घेरे में है।

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