गरीबों के हक पर डाका डाल रहा है कोटेदार, शिकायत के बावजूद अधिकारी मौन

गरीबों के हक पर डाका डाल रहा है कोटेदार, शिकायत के बावजूद अधिकारी मौन

प्रतापगढ 


15.12.2020


रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी 



गरीबों के हक पर डाका डाल रहा कोटेदार,शिकायत के बावजूद अधिकारी मौन

 

  प्रतापगढ़ जनपद के कुंडा तहसील क्षेत्र की बिहार ब्लॉक में जहां एक तरफ खाद्यान्न के लिए हाहाकार मचा हुआ है वहीं दूसरी तरफ दबंग कोटेदार गरीबों के हिस्से का अनाज बेंचकर माला माल हो रहे हैं। और जिम्मेदार आँख मूँदकर बैठे है। 

सरकार भले ही हर गरीब को सरकारी सुविधाएं-संसाधन मुहैया कराने की योजनाएं बनाती रहे,सरकार गरीबों के लिए कितना भी मुफ्त राशन मुहैया करा दे लेकिन जब कोटेदार का पेट भरेगा तब तो आगे जनता तक पहुंचेगा। इस भ्रष्ट तंत्र के मकड़जाल में उलझकर लक्ष्य से भटक जाना तमाम योजनाओं की नियति बन गई है। हर गरीब तक अनाज पहुंचाने के लिए सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना तैयार की है। कोविड-19 की वजह से सरकार काफी परेशान है लेकिन भ्रष्टाचारी कोटेदार मस्त हैं।

 हालात यह है कि बिहार विकासखंड के कई कोटेदार हर महीने गरीबों के नाम पर करोड़ों रुपये का अनाज डकार जा रहे हैं।इसे प्रशासन की मिलीभगत कहें या रहमदिली।बताते चलें कि प्रतापगढ़ जिले के कुंडा तहसील क्षेत्र अंतर्गत बिहार विकासखंड के देवर्पट्टी गांव के कोटेदार रामदेव हरिजन के दबंग प्रतिनिधि पम्मी व प्रमोद की कारस्तानी सामने आई है जहां उन्होंने गरीबों के हक के राशन को हड़प रखा है। कार्ड धारकों की माने तो कोटेदार प्रतिनिधि हर महीने मशीन में अंगूठा तो लगवा लेते हैं लेकिन जब हम सब राशन लेने के लिये कोटे की दुकान पर पहुंचते हैं तो या तो वह सरकारी दुकान पर ताला बंद कर गायब रहते हैं या फिर उन्हें प्रति कार्ड पर यूनिट की कटौती कर राशन ही दिया जाता है और उसमें भी घटतौली की जाती है।

 यह काला खेल यहीं नहीं रुकता। जब मीडिया की टीम देवर्पट्टी ग्रामसभा के चौखड़ी मजरे में हकीकत की छानबीन करने पहुंची तो वहाँ हकीकत इससे भी कहीं ज्यादा नजर आई और देखते ही देखते पल भर में वहां महिलाओं समेत सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद हो गए और उन्होंने भ्रस्ट कोटेदार प्रतिनिधि के सारे काले कारनामों का काला चिट्ठा खोलकर रख दिया।

उक्त आपबीती ग्रामीणों ने खाद्यान्न वितरण की सच्चाई  जानने पहुंची पत्रकारों की टीम को कार्ड धारक ओमार हाशमी, अजय कुमार सरोज, मीना देवी, नीता, बीटाउ देवी, संजीत, अंजू, विमला नीरज समेत करीब दो दर्जन से अधिक पीड़ितों ने बताया कि पात्र गृहस्थी के तहत उनके खाद्य सुरक्षा गारंटी योजना में कार्ड बने थे उसके बाद उन्होंने अपने अपने कार्डो से आधार भी लिंक करा लिया है उसके बावजूद दबंग कोटेदार उनकी यूनिट कटने की बात कह कर कार्ड धारकों का यूनिट काट लेते है और उसके उपरांत प्रति यूनिट चार किलो राशन देते है और यह काला खेल यहीं नहीं रुक रहा महीने में दो बार राशन वितरण को कौन कहे पिछले तीन महीने से वहाँ मौजूद लोगों को राशन नहीं मिला है। यहीं नहीं न तो चना और न ही चीनी न ही मिट्टी का तेल। जिस पर ग्रामीणों का कहना है कि उपजिलाधिकारी कुंडा से शिकायतों के बाद भी गांव के कोटेदार के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं किये जाने से उसके हौंसलें बुलंद है। जिस कारण दबंग कोटेदार प्रतिनिधि गरीबों केे हक पर डाका डाल रहा है।  अब सोचने वाली बात यह है कि प्रशासनिक अधिकारी इस प्रकार की गुंडई करने वाले कोटेदारों के खिलाफ कार्यवाही करने से कतराते क्यों है?जब इस शिकायत के संदर्भ में सप्लाई इंस्पेक्टर कुंडा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मंगलवार को दोपहर में जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर कठोर कार्यवाही की जाएगी।अब देखना यह है कि दबंग कोटेदार के खिलाफ प्रशासन कार्यवाही करता है या मामले को यूं ही किंतु परंतु में निपटा देता है।

Comments

Leave A Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *