आचार्य रमाशंकर का व्यक्तित्व महनीय, संस्कृत उत्थान के लिए समर्पित किया अपना जीवन--प्रमोद तिवारी

आचार्य रमाशंकर का व्यक्तित्व महनीय, संस्कृत उत्थान के लिए समर्पित किया अपना जीवन--प्रमोद तिवारी

प्रतापगढ 


04.03.2021


रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी 



आचार्य रमाशंकर का व्यक्तित्व महनीय, संस्कृत उत्थान के लिए समर्पित किया अपना जीवन-प्रमोद तिवारी


 

प्रतापगढ़ जनपद के लालगंज क्षेत्र के भेभौंरा-भभया नगर स्थित नवनिर्मित शैलजा सभागार में बुधवार की शाम संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी के पूर्व संस्कृत विभागाध्यक्ष आचार्य रमाशंकर मिश्र की जयंती समारोह के रूप मे मनाई गयी। आचार्य रमाशंकर मिश्र जयंती शताब्दी समारोह के अन्तर्गत आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ केन्द्रीय कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य व पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने सरस्वती मां के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन कर किया। श्री तिवारी ने आचार्य रमाशंकर मिश्र के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्हें संस्कृत का महान् विद्वान बताया। प्रमोद तिवारी ने कहा कि  आचार्य रमाशंकर मिश्र का व्यक्तित्व बहुत ही महनीय रहा है। उन्होनें संस्कृत भाषा के उत्थान के लिए एक से बढ़कर एक सराहनीय योगदान दिया। जिसके लिए उन्हें सदैव याद किया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. यदुनाथ द्विवेदी ने कहा कि विश्व मे सनातन संस्कृति का विशिष्ट गौरव है। भारतीय संस्कृत बंधुत्व व चरित्र निर्माण की प्रेरणा दिया करती है। उन्होनें आचार्य रमाशंकर को संस्कृत के क्षेत्र मे काम करने के लिए याद किया। संस्कृत के विद्वान प्रो. कामता नाथ त्रिपाठी, डा. शक्तिधर नाथ पाण्डेय व डा. शिवमूर्ति त्रिपाठी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम के संयोजक पूर्व प्रधान विद्याधर मिश्र ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अम्बिकेश मिश्र ने किया। इस मौके पर मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल, रामफेर पाण्डेय, ज्ञानेन्द्र नाथ त्रिपाठी, केडी मिश्र, चेयरपर्सन प्रतिनिधि संतोष द्विवेदी, ब्लाक प्रमुख ददन सिंह, गिरिजानंद चौबे, संगमलाल मिश्र, प्रकाशचंद्र मिश्र, पवन शुक्ल, विशालमूर्ति मिश्र आदि लोग  मौजूद रहे।

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