महाविद्यालय की जमीन हड़पने के आरोप में राज्यमंत्री के निर्देश पर जांच कमेटी किया गठित

महाविद्यालय की जमीन हड़पने के आरोप में राज्यमंत्री के निर्देश पर जांच कमेटी किया गठित

महाविद्यालय की जमीन हड़पने के आरोप में राज्यमंत्री के निर्देश पर जांच कमेटी किया गठित

पी पी एन न्यूज

(कमलेन्द्र सिंह)

खागा/फतेहपुर

जिला पंचायत सदस्य रज्जीपुर छिवलहा मनभावन शास्त्री ने आरोप लगाया है कि छिवलहा  स्थित सदानंद महाविद्यालय के प्रबंधक ने फेरी हेरा-फेरी कर कृषक भूमि दिखाकर जमीन अपने भाई एवं खुद के नाम बैनामा करा लिया है। और भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष सहित कई कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के  राज्य मंत्री से लेकर उच्च अधिकारियों से शिकायत दर्ज कराई है।तथा राज्यमंत्री के निर्देश पर जांच कमेटी भी गठित की गई है। और उधर प्रबंधक ने इसे एक षड्यंत्र करार दिया है और कहा है कि वे महाविद्यालय के लिए दुकानों का निर्माण कराना चाहते हैं। और जिलाधिकारी को उन्होंने इससे अवगत भी करा दिया है। जिलाधिकारी द्वारा गठित की गई जांच रिपोर्ट दो-तीन दिन में आ जाएगी। जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

जिला पंचायत सदस्य  मनभावन शास्त्री,भाजपा के मंडल अध्यक्ष रामू वाजपेई एवं उपाध्यक्ष कमलेश तिवारी ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया है कि सदानन्द महाविद्यालय के प्रबंधक प्रकाश त्रिपाठी रानू ने महाविद्यालय की जहां इमारतें बनी थीं ।और ग्राम पंचायत भवन भी बना हुआ था ।जो लगभग 60 वर्ष पुराना है। और जिसे पूर्व प्रधान छेद्दू ने चार वर्ष पहले मरम्मत भी कराई थी,इन जमीनों  को अंजुम आरा एवं ताहिर से अपने भाई आनंद त्रिपाठी के नाम बैनामा करा लिया है।वही आरोप है कि महाविद्यालय के पीछे जो कॉलोनी बनी थी उसे  खेती की जमीन दिखाकर मोहम्मद अजीज और फरीद अहमद से बैनामा करवा लिया है। इन जमीनों को कमर्शियल दिखाकर बेचने की तैयारी की जा रही है।यह भी आरोप है कि प्रबंधक ने पंचायत भवन को तुड़वा दिया है।इतना ही नहीं महाविद्यालय की जमीन को खेती की जमीन दिखाकर लाखों रुपए की स्टांप चोरी भी की गई है। 

भाजपा नेताओं ने प्रदेश के खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ धुन्नी भैया को भी इस प्रकरण से अवगत करा दिया है।साथ ही उच्च अधिकारियों को भी सूचना दे दी गई है।राज्यमंत्री के निर्देश पर जांच कमेटी भी गठित कर दी गई है।इस प्रकरण को लेकर नगर में हलचल मची हुई है।मालूम हो कि महाविद्यालय के संस्थापक ने लोगों से महाविद्यालय के लिए जमीन दान स्वरूप ले ली थी जिसे अब नए प्रबंधक द्वारा संस्था के नाम न कराकर अपने नाम कराई जा रही है जिसको लेकर नगर में काफी आक्रोश भी है। 

उधर प्रबंधक रानू त्रिपाठी का कहना है कि इन पर पुनर्निर्माण होना है।न तो जमीन बेची गई है और न भविष्य में बेची जाएगी ।उनके खिलाफ षड्यंत्र किया जा रहा है ।और बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।सामने के निर्माण को सड़क बनाते समय पीडब्ल्यूडी ने गिरा दिया है।इसमें उनकी कोई भूमिका नहीं है।

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