कुण्डा में कुछ तथाकथित लोगों द्वारा किया जा रहा है पत्रकारिता को कलंकित
- Posted By: MOHD HASNAIN HASHMI
- राज्य
- Updated: 6 April, 2021 17:28
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प्रतापगढ
06.04.2021
रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी
कुण्डा में कुछ तथाकथित लोगों द्वारा किया जा रहा है पत्रकारिता को कलंकित
प्रतापगढ़ जनपद में शराब माफियाओं और अधिकारियों तथा सफेदपोशो की तिकड़ी पर जब शासन की भृकुटि टेढ़ी हुई और अधिकारियों को कार्यवाही की खुली छूट मिली तो छापेमारी की कार्रवाई शुरू हुई तो नकली और जहरीली शराब का हब साबित हुआ प्रतापगढ़। प्रतापगढ जनपद के कुंडा क्षेत्र में करोड़ों रुपये की नकली एवं जहरीली शराब पुलिस और आबकारी टीम की संयुक्त छापेमारी में मिली। अब सवाल उठना लाजिमी था कि ये मौत की फैक्ट्री संचालित करने वाले शराब माफियाओं के आका आखिर कौन है ? सबकुछ जानते हुए भी 90 फीसदी पत्रकारों की कलम उस आका के खिलाफ नहीं चल सकी। अब बारी अधिकारियों और शराब माफियाओं के गठजोड़ की तो उस पर भी कुछ दलाल किस्म के पत्रकारों ने सफाई देनी शुरू की। फिर भी योगी सरकार ने शराब माफियाओं के साथ गठजोड़ करने वाले पुलिस के अधिकारियों और थाना प्रभारियो पर कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित करने का हुक्म दे दिया। कुछ को संदिग्ध मानते हुए उनके खिलाफ एंटी करप्पशन की जाँच बैठा दी।
मीडिया के कुछ लोग कल से कुंडा के थाना प्रभारी के बचाव में कई लोग अपनी घिनौनी हरकत से पत्रकारिता को कलंकित करने से बाज़ नहीं आ रहे हैं। कुंडा कोतवाल डी पी सिंह को हरिश्चंद्र की उपाधि देने में भी पीछे नहीं रहे हैं ।थाना प्रभारी की फोटो सोशल मीडिया में शराब माफिया के साथ वायरल हुई तो वह छः माह पहले की बताकर उन्हें मीडिया के कथित दलाल क्लीन चिट देने लगे। इतनी भारी मात्रा में कुंडा क्षेत्र में शराब का पकड़ा जाना अधिकारियों और नेताओं के मुँह पर तमाचा मारने जैसा है। फिर भी मीडिया के वो लोग जो शराब माफियाओं से लाभान्वित होते थे आज उन्हें सबसे अधिक तकलीफ है। कई मीडियाकर्मियों की फोटो भी शराब माफियाओं के साथ सोशल मीडिया पर विगत एक सप्ताह से वायरल हो रही है। फिर भी उन्हें इसका लेशमात्र पछतावा नहीं है। दुःख है तो इस बात का कि शराब माफियाओं से मिलने वाली सुविधाओं से वह भी वंचित हो गए हैं। अब उनके घर परिवार का खर्च कौन उठाएगा।
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