जिलाधिकारी ने खुरपका -मुंहपका नि:शुल्क टीकाकरण अभियान को हरी झण्डी दिखाकर गाडियों के साथ टीमों को किया रवाना ।
- Posted By: MOHD HASNAIN HASHMI
- राज्य
- Updated: 18 August, 2020 19:18
- 819

प्रतापगढ़
18. 08. 2020
रिपोर्ट --मो. हसनैन हाशमी
जिलाधिकारी ने खुरपका-मुंहपका निःशुल्क टीकाकरण अभियान को हरी झण्डी दिखाकर गाड़ियों के साथ टीमों को किया रवाना
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जिलाधिकारी डा0 रूपेश कुमार ने आज कैम्प कार्यालय परिसर में राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत खुरपका-मुहपका (एफ0एम0डी0-सी0पी0) के सफल संचालन हेतु हरी झण्डी दिखाकर गाड़ियों के साथ टीमों को रवाना किया। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी अश्वनी कुमार पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) शत्रोहन वैश्य, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 विजय प्रताप सिंह, जनपदीय नोडल अधिकारी गौशाला डा0 प्रभाकर राय, जनपदीय नोडल अधिकारी (एफ0एम0डी0सी0पी0) डा0 राजेश कुमार व पॉचों तहसीलों से सम्बन्धित पशुचिकित्साधिकारी की टीमों के लोग उपस्थित रहे। जिलाधिकारी ने समस्त पशुपालकों से अपील करते हुये कहा कि खुरपका-मुॅहपका का टीकाकरण ज्यादा से ज्यादा अपने पशुओं का लगवायें जिससे इस बीमारी से पशुओं को बचाया जा सके। यह अभियान दिनांक 30 सितम्बर तक चलेगा। खुरपका-मुॅहपका रोग में प्रभावित पशु को तेज बुखार होता है जो 3 से 5 दिन तक चलता है। बुखार के साथ-साथ ही प्रभावित पशु के मुॅह में, पैर के निचले हिस्से में (खुर के पास) अथवा थन पर छाले प्रकट होते है, यह छाले प्रायः शीघ्र फूट जाते हैं और प्रभावित पशु को शरीर पर बने घाव से दर्द होता है और पशु खाना-पीना बन्द कर देता है तथा उसके चलने-फिरने में भी लंगड़ाहट दिखाई देती है। पशु सुस्त हो जाता है तथा उसके मुख, नाक व ऑख आदि से स्राव प्रारम्भ हो जाता है, बड़े पशुओं में यद्यपि मृत्यु दर कम है परन्तु गर्भित पशुओं में एबार्शन की सम्भावना काफी अधिक होती है। कम उम्र के पशु एवं नवजात पशुओं के प्रभावित होने पर उनमें मृत्यु दर अत्यन्त अधिक होती है। दुधारू पशु का दुग्ध उत्पादन बेहद कम हो जाता है। खुरपका-मुहपका से बचाव हेतु प्रतिरोधी टीकाकरण का सबसे अधिक महत्व होता है। नियमित अन्तराल पर होने वाले टीकाकरण कार्यक्रम में पशुओं की विस्तृत आबादी में इस रोग के विषाणु के विरूद्ध प्रतिरोधक क्षमता का स्तर बढ़ जाता है। संक्रामक रोग के फैलने वाले स्थान पर पशु पालकों की जागरूकता बचाव के लिये महत्वपूर्ण होती है, ताकि संक्रमण के अन्य क्षेत्रों में फैलाव से रोका जा सके। जनपद के समस्त ग्रामों में खुरपका-मुंहपका निःशुल्क टीकाकरण का प्रथम चरण आज से प्रारम्भ किये जायेगें जिसमें जनपद के कुल पशुओं की संख्या 1200278 के सापेक्ष 1200000 बैक्सीन प्राप्त हो चुकी है जिसे 17 विकास खण्डों में 35 पशु चिकित्साधिकारी, 35 पशुधन प्रसार अधिकारी एवं विकास खण्ड स्तर के ग्राम पंचायतों में ग्राम प्रधान/पशुचिकित्साधिकारी द्वारा चयनित बैक्सीनेटरों व सहायकों के माध्यम से प्रचार प्रसार करते हुये रोस्टरवार प्रत्येक ग्रामों/मजरों में पशुपालकों के पशुओं को टीकाकरण टीम के माध्यम से घर-घर पहुॅचकर निःशुल्क टीकाकरण किया जायेगा तथा दीवालों पर टीकाकरण तिथि का उल्लेख किया जायेगा, टीकाकरण करते हुये ईयर टैगिंग भी की जायेगी और पशुपालक का पशु विवरण इनाफ पोर्टल पर उसी दिन अपलोड किये जायेगें। 06 माह के नीचे उम्र के पशु व 08 माह के गर्भित पाये गये पशुओं को टीकाकरण नहीं किया जायेगा एवं प्रसव/उम्र पूर्ण उपरान्त पुनः किया जायेगा। प्रथम बार टीकाकरण किये गये पशु को एक माह बाद पुनः निःशुल्क बूस्टर खुराक टीकाकरण किया जायेगा। निःशुल्क टीकाकरण के दौरान पशुपालक को पशु हेल्थ कार्ड भी उपलब्ध कराया जायेगा। जनपदीय नोडल अधिकारी डा0 राजेश कुमार पशु चिकित्साधिकारी सुखपालनगर मोबाइल नम्बर 9140045658 को अधिकृत किया गया है जिनके पर्यवेक्षण में जनपद के समस्त टीकाकरण व प्रचार प्रसार व जन प्रतिनिधियों का सहयोग लेकर दिनांक 18 अगस्त से प्रारम्भ कराये जायेगें। कोई भी पशु बिना टीकाकरण के न रह जाये इस हेतु 17 ब्लाक के नामित नोडल अधिकारी की व्यक्तिगत जिम्मेदारी होगी।
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