प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलता तो शायद आज मेरी नातिन जिन्दा होती, बुजुर्ग दादा

प्रकाश प्रभाव न्यूज़
संवाददाता महमूद अहमद
प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलता तो शायद आज मेरी नातिन जिन्दा होती बुजुर्ग दादा। ग्राम प्रधान से अनबन के चलते कच्चे मकान में रहने को था मजबूर।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में पीएम आवास योजना का सच सामनें आया है। प्रधान से अनबन के चलते कच्चे मकान में रह रहे इस बुजुर्ग की दो नतनी मलबे में दब गई जब तक उन्हें निकाला जाता तब तक एक नतनी की मौत हो गई। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने अब मदद का भरोसा दिलाया है।
मामला अमेठी जिले के तिलोई तहसील अन्तर्गत कोतवाली मोहनगंज क्षेत्र के ग्रामसभा उत्तर पारा का है। गांव निवासी देवी दीन की दो नतनियां सीता देवी (4) व सुमन देवी (8) घर में आग जलाने की सामग्री इकट्ठा कर रही थी। अचानक घर की कच्ची दीवार भर-भरा कर उनके ऊपर गिर पड़ी। आनन-फानन में परिवार के लोग और ग्रामीण मौके पर पहुंचे, मलवा हटाकर जब तक दोनों को बाहर निकाला जाता तब तक सीता देवी ने दम तोड़ दिया था। सुमन देवी को परिजन इलाज के लिए अस्पताल लेकर गये, जहां उसका इलाज जारी है।
पीड़ित धर्म राज ने बताया कि हम नतनी के लिए लड़का देखने गए थे फोन आया तो हम फौरन भाग कर आए। लौटकर आए तो छोटी नतनी खत्म हो चुकी थी बड़ी घायल है। उसने बताया कि लेखपाल, तहसीलदार पुलिस मौके पर पहुंची थी मदद का भरोसा दिलाया है। लेकिन आगे उसने फफकते हुए जो कुछ बताया उसने सिस्टम की पोल खोल डाला। उसने बताया कि, प्रधान से हमारी बनती नही थी इसलिए कालोनी पास नही हुई।
राशन आदि कुछ नही मिलता। दस पंद्रह बीघा जमीन है और सात नातिन और दो नाती हैं। खाने वाले अधिक हैं खेती में ज्यादा मिलता नही। उसके बाद वो फूट-फूट कर रोने लगा। सवाल ये है के धर्मराज जैसे जो हकीकत में सरकार की योजनाओ के पात्र हैं आखिर इन जैसों तक सरकारी योजना का लाभ कब पहुंचेगा? इसका जवाब अतीत के गर्त में है।
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