भारत की स्वतन्त्रता संग्राम में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है अवध किसान आन्दोलन---हेमंत नन्दन ओझा
- Posted By: MOHD HASNAIN HASHMI
- राज्य
- Updated: 17 October, 2020 20:22
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प्रतापगढ
17.10.2020
रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी
भारत की स्वतन्त्रता संग्राम में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है अवध किसान आन्दोलन --- हेमंत नन्दन ओझा
भारत की स्वतंत्रता संग्राम में स्वर्ण अक्षरों में अंकित अवध किसान आंदोलन के शताब्दी वर्ष में अवध किसान सभा जिसके गठन से अवध किसान आंदोलन को दिशा मिली उसके स्थापना दिवस के अवसर पर 17 अक्टूबर 2020 को जनपद प्रतापगढ़ मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर विकास खंड आसपुर देवसरा के ग्राम रूर में शहीद स्मारक स्थल पर अखिल भारतीय किसान सभा जिला इकाई प्रतापगढ़ एवं स्थानीय स्वतंत्रता सेनानी परिवार द्वारा अवध किसान सभा के शताब्दी वर्ष पर गठन के दिवस को समारोह पूर्ण स्मृति कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में सर्वप्रथम स्वतंत्रता सेनानी ठाकुर जीवनी सिंह के घर के निकट पीपल के पेड़ जहां पंडित जवाहरलाल नेहरू पहली बार किसान नेताओं के आमंत्रण पर ग्राम रूर में आए थे जहां पर बाद में एक स्मारक का स्तंभ भी पूर्व प्रधानमंत्री स्व० इंदिरा गांधी के कार्यकाल में स्थापित हुआ था पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित की गई और प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए हुए किसान सभा से जुड़े किसान नेताओं स्वतंत्रता सेनानी परिवारों किसानों नागरिकों ने 2 मिनट का मौन रखा। रैली के रूप में शहीद स्मारक स्थल जो स्मारक का स्तंभ से करीब 300 मीटर की दूरी पर है पहुंचे | जहां पहुंचकर किसान नेताओं सहित सभी उपस्थित लोगों ने शहीद स्मारक स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित की उक्त स्मारक स्थल पर इस अवसर पर किसान आंदोलन के मुख्य प्रेरणा स्रोत बाबा रामचंद्र का एक चित्र भी रखा था जिस पर पुष्पांजलि की गई।उक्त के उपरांत स्मारक स्थल पर ही समारोह पूर्ण सभा का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवेंद्र मिश्र अखिल भारतीय किसान सभा के पूर्व प्रदेश महामंत्री राम प्रताप त्रिपाठी फैजाबाद /अयोध्या से आए किसान नेता व जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष रामतीर्थ पाठक सुल्तानपुर से शारदा प्रसाद पांडे जौनपुर से सालिक राम पटेल थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता किसान सभा की जिला इकाई के अध्यक्ष कमरुद्दीन ने किया इस अवसर पर पूर्वांचल के मशहूर गायक बिपिन बिहारी पाठक ने किसान आंदोलन से जुड़े अपनी रचना प्रस्तुत की और सुरेश शर्मा ने वह सुबह कभी तो आएगी का गीत प्रस्तुत किया। स्थानीय वक्ताओं के रूप में पूर्व बैंक प्रबंधक एवं मजदूर नेता बीपी त्रिपाठी,भाकपा के जिला मंत्री रामबरन सिंह पूर्व प्रधान रूर बेचन अली, राजमणि पांडे, मोहम्मद सलीम, ने अपने विचार प्रकट किए।
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