प्रदेश की ग्रामीण महिलाएँ आर्थिक उन्नति की दिशा में भी देंगी योगदान --नीलम माखीजानी

प्रदेश की ग्रामीण महिलाएँ आर्थिक उन्नति की दिशा में भी देंगी योगदान --नीलम माखीजानी

प्रतापगढ़

27. 08. 2020

रिपोर्ट --मो. हसनैन हाशमी

प्रदेश की ग्रामीण महिलाएं आर्थिक उन्नति की दिशा में भी देंगी योगदान - नीलम माखीजानी

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चाइल्डफंड और यूरोपियन यूनियन ने आज एक खास प्रोजेक्ट “स्ट्रैंथनिंग सिविल सोसाइटी ऑर्गेनाइजेशंस टुवर्ड्स फॉस्टरिंग वुमन एम्पावरमेंट” को लॉन्च किया, जिसमें पूर्वी उत्तर प्रदेश की 10 संस्थाओं के साथ साथ प्रतापगढ़ की संस्था तरुण चेतना को भी शामिल किया है। यह प्रोजेक्ट पूर्वी उत्तर प्रदेश में 15,000 से अधिक महिला किसानों को जलवायु परिवर्तन व खेती में सशक्त बनाने हेतु स्वैच्छिक संस्थाओं की मदद करेगा और उन्हें मजबूत बनाएगा, जिससे महिला किसान अपने अधिकार प्राप्त कर सकें, और स्थायी आजीविका प्राप्त करने के लिए कुशल और आत्मनिर्भर उद्यमी बन सकें। डिजिटल वेबिनर पर आयोजित इस उद्घाटन समारोह में यूरोपीय संघ के राजदूत यूगो एस्ट्युटो ने इस नई साझेदारी का स्वागत करते हुए कहा कि समानता और संपूर्ण आर्थिक विकास के लिए जेंडर समानता जरूरी है. क्योंकि जहां कृषि के क्षेत्र में महिलाओं की एक महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है, वहीं उन्हें असमानताओं और भेदभाव का सामना करना पड़ता है। पस परियोजना के माध्यम से महिलाओं के तकनीकी और उद्यमी कौशल को बढ़ाकर लिंग भेदभाव को कम करने में भी मदद करेगा। यह महिलाओं द्वारा चलाए जा रहे उद्यमों की भी मदद करेगा और एक टिकाऊ, जलवायु अनुकूल खेती और गैर-कृषि आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा।” कार्यक्रम में चाइल्डफंड इंडिया की कंट्री डायरेक्टर नीलम माखीजानी ने कहा कि यूरोपीय संघ द्वारा प्रदान किया गया यह सहयोग उन बाधाओं को दूर करने में मदद करेगा जो महिला किसानों की प्रगति में रोड़े अटकाती हैं और साथ ही साथ देश में उनके सामाजिक और आर्थिक विकास को सीमित करती हैं। यह प्रयास संस्थाओं और महिला किसान समूहों को उनके अधिकारों की मांग करने और समान अवसर प्राप्त करने के योग्य बनाता है, ताकि वे सम्मान और स्वतंत्रता के साथ जीवन व्यतीत कर सकें। इस अवसर पर बार्नफोनडेन स्वीडन की सेक्रेटरी जनरल मार्टीना हीबेल ने कहा इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य कृषि उत्पादन के साथ-साथ सामाजिक कार्यों, महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के अलावा जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए रणनीति बनाने व गवर्नेंस में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी बढ़ाने के जरिये मौजूदा स्थिति में बदलाव लाने में योगदान देना है। महिलाओं तक पहुंच कर, हम अगली पीढ़ी के लड़के और लड़कियों के जीवन को बेहतर बना सकते हैं और उनके भविष्य के लिए बेहतर और अधिक स्थायी अवसर उपलब्ध कराने में मदद कर सकते हैं।” चाइल्ड फंड और यूरोपियन यूनियन के सहयोग से संचालित होने वाले इस वर्चुवल उद्घाटन समारोह में महिला सशक्तीकरण, जलवायु निर्भर समुदाय, कृषि एवं उद्यमिता जैसे विषयों पर विचार-विमर्श किया गया। समारोह में कोऑपरेशन सेक्शन, यूरोपियन यूनियन की टीम लीडर सुश्री सीसिलिया कोस्टा, बरनफोंडन की सेक्रेटरी जनरल सुश्री मार्टिना हिबेल, एडेलगिव फाउंडेशन की प्रेसिडेंट सुश्री नगमा मुल्ला, हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट के डिप्टी डायरेक्टर वाहिद अली व तरुण चेतना के निदेशक नसीम अंसारी सहित सिविल सोसाइटी ऑर्गेनाइजेशन, महिला किसान, मीडिया और सरकार के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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