देश के चौथे स्तंभ के साथ गलत व्यवहार बर्दाश्त नहीं-- शुभम मिश्रा

देश के चौथे स्तंभ के साथ गलत व्यवहार बर्दाश्त नहीं-- शुभम मिश्रा

प्रतापगढ 



20.08.2021



रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी



देश के चौथे स्तंभ के साथ गलत व्यवहार बर्दास्त नहीं - शुभम मिश्रा


प्रतापगढ़ जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष शुभम मिश्रा ने पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर यूपी के सीएम और पीएम से की अपील।उत्तर प्रदेश में लगातार पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। देश के प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के लगातार निर्देश की पत्रकारों को खबर कवरेज करने में सहयोग करें पुलिस और अधिकारी, बावजूद लगातार खतरे के निशान पर चल रहा आज का पत्रकार। आए दिन पत्रकारों के साथ बदसलूकी अभद्रता जैसे मामले आते रहते हैं सामने जो कि बहुत ही निंदनीय हैं। जिस देश में देश का चौथा स्तंभ नहीं सुरक्षित वह देश कैसे सुरक्षित माना जा सकता है। लगातार देश के चौथे स्तंभ पर पहरा लगाने की हो रही कोशिश। देश के पत्रकारों की एकजुटता ही बन सकती है पत्रकारों की ताकत। पत्रकार एकता संघ के प्रतापगढ़ जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष शुभम मिश्रा  ने उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की अपील पत्रकारों की सुरक्षा पर और भी दिया जाए ध्यान। पत्रकार बंधुओं को धमकाने और खबर कवरेज करने में अड़चने डालने वालों पर होनी चाहिए सख्त कार्रवाई। लगातार देश के चौथे स्तंभ को जकड़ने की हो रही कोशिश जो कि बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं है। आज भी नेता, अभिनेता देश की जनता के साथ गलत करने से पहले सोचने पर होते हैं मजबूर जिसकी वजह देश का चौथा स्तंभ माना जाता है। देश का चौथा स्तंभ समाज में, राज्य में और देश में चल रहे अत्याचार के खिलाफ लड़ता है और जनता के हित की बात करता है। प्रतापगढ़ जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष शुभम मिश्रा ने यह भी कहा की सभी पत्रकार एकजुट हो जाए तो शायद देश को सुधरने में समय नहीं लगेगा। बात यह भी कहीं न कहीं सच है की हमारा देश तो बहुत पहले आजाद तो हो गया  था लेकिन जकड़न आज भी देश में है, जिसे खत्म होना बहुत जरूरी है। एक पत्रकार का जीवन अपने समाज, राज्य , देश के लोगो पर समर्पित होता है खतरों से खेल कर सच दिखाने का काम करते है पत्रकार बंधु। कुछ पत्रकार बंधुओ से शुभम मिश्रा ने की अपील जी हुजूरी छोड़ चलिए कुछ काम करते है अपने इस सोने की चिड़िया कहे जाने वाले भारत देश को ऊंचाई तक पहुंचाते है। कुछ पत्रकार बंधूवो की जी हुजूरी के चलते देश के अन्य सम्मानित पत्रकार बंधुवो को भी बदनामी का बोझ उठाना पड़ता है। पत्रकारों की सुरक्षा पर सरकार को देना चाहिए और ध्यान। पत्रकार भी एक सिपाही ही होते है जो धूप, छांव, ठंडी, बरसात बिना देखे जान की परवाह न करते हुए आम जन मानस तक हर छोटी से बड़ी खबर पहुंचाने का काम करते है।ऐसे में पत्रकार की सुरक्षा सर्वोपरि है।

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