प्रतापगढ में तारकोल की खरीद में हुआ करोड़ों रुपये का घोटाला

प्रतापगढ में तारकोल की खरीद में हुआ करोड़ों रुपये का घोटाला

प्रतापगढ 


22.02.2021


रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी 




 प्रतापगढ में तारकोल की खरीद में हुआ करोड़ों रुपये का घोटाला



प्रतापगढ़ जनपद में  लोक निर्माण विभाग में तारकोल (बिटुमिन) की खरीद में करोड़ों रुपये  का घोटाला हुआ है और अब भी जारी है। इसको लेकर प्रांतीय खंड के वरिष्ठ प्रभागीय लेखा अधिकारी रमेश कुमार ने अधिशासी अभियंता निर्माण खंड 1 शैलेंद्र कुमार को दिनांक 18.01.2021 पत्र लिखकर तारकोल खरीद में हो रहे फर्जीवाड़े की ओर ध्यान आकृष्ट कराया है। उन्होंने अधिशासी अभियंता को लिखे पत्र में कहा है कि प्रायः वित्तीय वर्ष के अंतिम सप्ताह में अवशेष धनराशि को उच्चाधिकारियों द्वारा समर्पण स्वीकार कर देने के कारण अवशेष धनराशि को इंडियन आयल कारपोरेशन लिमिटेड को तारकोल (बिटुमिन) हेतु भुगतान करना पड़ता है। लेखा अधिकारी ने अधिशासी अभियंता पर गंभीर आरोप लगाते हुए अपने पत्र में लिखा है कि अधिशासी अभियंता द्वारा बिटुमिन मद का पैसा इंडियन ऑयल कार्पोरेशन से वापस मंगा कर सीसीएल को डीसीएल में परिवर्तित करके अनियमित तरीके से दोबारा भुगतान किया जाता है जो की पूरी तरह अनियमित और नियमों के विरुद्ध है।वरिष्ठ प्रभागीय लेखा अधिकारी ने अधिशासी अभियंता को लिखें पत्र में यह भी कहा है कि ऑडिट एवं उच्च अधिकारियों की आपत्ति के बावजूद इस तरह का फर्जीवाड़ा नहीं रोका गया है। प्रांतीय खंड एवं निर्माण खंड- 1 के सहायक अभियंता पर भी गंभीर सवाल उठाते हुए प्रभागीय लेखा अधिकारी ने बिटुमिन खरीद में सहायक अभियंताओं की जवाबदेही तय करने की मांग की है।प्रभागीय लेखा अधिकारी ने वित्त नियंत्रक एवं महालेखाकार द्वारा 17.08.2020 को भुगतान हेतु जारी दिशा निर्देशों की प्रति भी संलग्न की ।प्रभागीय लेखा अधिकारी द्वारा बड़े पैमाने पर तारकोल खरीद में घोटाले की आशंका के बावजूद वित्तीय वर्ष के अंतिम सप्ताह में सहायक अभियंताओं द्वारा वित्तीय स्वीकृति मांग पत्र प्रस्तुत करने की तैयारी हो रही है।इस संबंध में जब अधिशासी अभियंता शैलेंद्र कुमार से प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा –नियम अपनी जगह है लेकिन हमें यह करना पड़ता है। यह पहले भी होता रहा है और आगे भी होता रहेगा। इसके बगैर काम नहीं चल सकता। यह सब उच्च अधिकारियों के संज्ञान में है

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