एफआईआर दर्ज होने के विरोध में भूख हड़ताल पर बैठे सफाईकर्मी, मांगें न माने जाने पर दी थी धर्म परिवर्तन की धमकी

एफआईआर दर्ज होने के विरोध में भूख हड़ताल पर बैठे सफाईकर्मी, मांगें न माने जाने पर दी थी धर्म परिवर्तन की धमकी

Prakash prabhaw news

रिपोर्टर-विक्रम


एफआईआर दर्ज होने के विरोध में भूख हड़ताल पर बैठे सफाईकर्मी, मांगें न माने जाने पर दी थी धर्म परिवर्तन की धमकी


-प्राधिकरण ने मोबाइल ऐप से अपनी उपस्थिति दर्ज ना करा कर काम नहीं कर्मचारियो को हटाया 


नोएडा। प्राधिकरण द्वारा 13 सफाईकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के विरोध में बुधवार को सफाईकर्मी भूख हड़ताल पर बैठ गए। भूख हड़ताल पर बैठे बबलू पारचा और संजय धीमान ने कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी और मुकदमे वापस नहीं होंगे, तब तक अनशन जारी रहेगी।

गौरतलब है कि सफाईकर्मी नोएडा प्राधिकरण में ठेकेदारी प्रथा को खत्म करने तथा मोबाइल एप से कार्यस्थल की लोकेशन भेजने के विरोध में पिछले कई दिनों से हड़ताल पर हैं। बीते दिनों मांग न माने जाने की स्थिति में सफाई कर्मियों ने धर्म परिवर्तन किए जाने की धमकी दी थी। इस पर संज्ञान लेते हुए मंगलवार की रात नोएडा प्राधिकरण ने थाना सेक्टर-20 में 12 सफाईकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। इससे दूसरे सफाईकर्मी बेहद गुस्से में हैं। बबलू पारचा ने कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं और सफाईकर्मियों पर दर्ज मुकदमे वापस नहीं लिए जाते हैं, तब तक उनकी भूख हड़ताल जारी रहेगी।

एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने बताया की  संविदा पर कार्यरत सफाईकर्मी सेक्टर-6 स्थित नोएडा प्राधिकरण कार्यालय के बाहर प्राधिकरण की विरोध कर रहे है। इनकी प्राधिकरण के अधिकारियों से साथ बैठक भी हुई इनकी मुख्य मांगो को मान लिया गया है। लेकिन कुछ कर्मचारी अपने निजी हितो को साधने के कारण अन्य कर्मचारियो को भड़का रहे है प्राधिकरण के अधिकारियों की तहरीर पर तेरह सफाई कर्मचारियो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। 

इस बीच नोएडा प्राधिकरण ने सफाई कर्मचारियो हड़ताल पर सख्त रुख अख़्तियार कर लिया है। ओएसडी इंदु प्रकाश में एक प्रेस रिलीज जारी करके कहा है कि नोएडा क्षेत्र के सफाई कर्मियों के विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि द्वारा सफाई कर्मचारियों को अपने निजी स्वार्थ के लिए गुमराह कर एक माह से ही सफाई के काम को बाधित किया जा रहा है। 16 सितंबर को प्राधिकरण जन सेवा विभाग में सभी कॉन्ट्रैक्ट के माध्यम से रखे गए 1360 सफाई कर्मियों में 1041 सफाई कर्मचारियों ने मोबाइल एप्स अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।  जिन कर्मचारियों ने मोबाइल ऐप से अपनी उपस्थिति दर्ज ना करा कर काम नहीं किया। उन्हें कॉन्ट्रैक्ट से हटा दिया गया है और उनकी जगह नए कर्मचारियों को रखने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

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