सात लोगों की जिंदगी बचाने के लिये सीएफ़ओ अरुण कुमार सिंह को फायर सर्विस मेडल फॉर गैलेंट्री से नवाजा गया

सात लोगों की जिंदगी बचाने के लिये सीएफ़ओ अरुण कुमार सिंह को फायर सर्विस मेडल फॉर गैलेंट्री से नवाजा गया

PPN NEWS

गौतमबुद्ध नगर

Report- Vikram Pandey 

सात लोगों की जिंदगी बचाने के लिये फायर सर्विस मेडल फॉर गैलेंट्री से नवाजा गया सीएफ़ओ अरुण कुमार सिंह को


पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर के लिये सोमवार को दिन बेहद खास रहा। गौतमबुद्ध नगर के मुख्य अग्निशमन अधिकारी अरुण कुमार सिंह को भीषण आग में अपनी जान की परवाह न करते हुए सात लोगों की जिंदगी बचाने के लिये अग्निशमन सेवा पदक से नवाजा गया है। उनके साथ अग्निशमन अधिकारी मामचंद बड़गूजर, लीडिंग फायरमैन रामेश्वर सिंह और फायर सर्विस चालक सत्येन्द्र कुमार भाटी ने भी अद्वितीय साहस और कर्तव्य परायणता का परिचय देते हुए यह कार्य किया था। नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित भव्य समारोह में गौतमबुद्ध नगर के मुख्य अग्निशमन अधिकारी अरुण कुमार सिंह को राष्ट्रपति द्वारा प्रदत्त वीरता के लिए अग्निशमन सेवा पदक से सम्मानित किया गया। यह सम्मान केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने प्रदान किया।


केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने अग्निशमन सेवा पदक अरुण कुमार सिंह को प्रदान किया.  राष्ट्रपति द्वारा वीरता के लिए दिया जाने वाला अग्निशमन सेवा पदक अरुण कुमार सिंह को उनके नेतृत्व में अग्निशमन विभाग के कर्मियों के व्दारा  2019 में सेक्टर-93 स्थित पा‌र्श्वनाथ सोसायटी में लगी भीषण आग में अपनी जान की परवाह न करते हुए सात लोगों की जिदगी बचाने के लिये प्रदान किया गया है. उनके इस साहसिक कार्य के लिए राष्ट्रपति ने वर्ष-2020 में गणतंत्र दिवस के अवसर पर फायर सर्विस मेडल फॉर गैलेंट्री प्रदान करने की घोषणा की थी। लेकिन, वर्ष-2020 में कोविड महामारी के कारण मेडल वितरण का आयोजन नहीं हो सका था।


वर्ष 2019 में सेक्टर-93 स्थित पा‌र्श्वनाथ सोसायटी में लगी भीषण आग की घटना को याद करते हुए अरुण कुमार सिंह ने कहा कि वे और उनकी टीम सोसायटी के फ्लैट नंबर 603 में दाखिल हुए, उस समय चारों तरफ आग की लपटें और धुआं था। उस समय ऐसा लग रहा था कि खुद की जिदगी बचा पाना ही मुश्किल हो जाएगा। आग की लपटों के कारण फ्लैट की खिड़कियों के कांच चटक रहे थे। नीचे सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा थी। अंदर एक वृद्ध महिला, लकवाग्रस्त मरीज, एक अन्य बेहोश महिला सहित सात लोग फंसे थे। उस समय अरुण कुमार सिंह के साथ अग्निशमन अधिकारी मामचंद बडगूजर, लीडिग फायरमैन रामेश्वर सिंह तथा फायर सर्विस चालक सत्येंद्र कुमार भाटी ने भी अद्वितीय साहस और कर्तव्य परायणता का परिचय देते हुए करीब 50 मिनट की मशक्कत के बाद सभी को सकुशल बाहर निकाला गया था। यह जिदगी का सबसे साहसिक और रोमांचकारी लम्हा था।

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