दीपावली पर अपने बच्चे से मिलने और और उसे उपहार देने लिए एक पिता धरने पर बैठा

दीपावली पर अपने बच्चे से मिलने और और उसे उपहार देने लिए एक पिता धरने पर बैठा

Prakash Prabhaw 

नोएडा

रिपोर्ट, विक्रम पांडेय

दीपावली पर अपने बच्चे से मिलने और और उसे उपहार देने लिए एक पिता धरने पर बैठा


नोएडा सेक्टर-100 स्थित सेंचुरी अपार्टमेंट पर एक तलाकशुदा पिता को दीपावली पर अपने बच्चे से मिलने के लिए भूख हड़ताल पर बैठना पड़ा है। पिता का कहना था कि उनकी पत्नी बच्चे से मिलने नहीं दे रही है। 2018 में डिस्ट्रिक्ट कोर्ट भी बच्चे को पिता से मिलने देने के आदेश दे चुकी है। सूचना पर पहुंची नोएडा पुलिस ने भूख हड़ताल पर बैठे पिता को समझाने की कोशिश की, लेकिन दीपावली पर बच्चे से मिलने की जिद लेकर भूख हड़ताल से नहीं उठने की चेतावनी दी। तब पुलिस ने पिता को उनके बेटे से मिलवाया और भूख हड़ताल खत्म कराई। 

नोएडा के सेंचुरी अपार्टमेंट सोसाइटी के गेट पर भूख हड़ताल पर बैठे बेबस पिता का नाम राहुल गुप्ता जो नोएडा के सेक्टर-105 में रहते हैं और पेशे से इंटीरियर डिजाइनर हैं। राहुल बताते है की उनकी शादी दिल्ली निवासी दीप्ति अरोरा से वर्ष 2009 में हुई थी। पत्नी दिल्ली स्थित एक कॉलेज में लाइब्रेरियन है। शादी के बाद कुछ वर्ष उन्हें एक बेटा हुआ। बेटा होने के बाद पत्नी का उनके साथ विवाद शुरू हो गया और दोनों लोग अलग रहने लगे। दोनों ने तलाक के लिए कोर्ट में अर्जी दी। तलाक से पूर्व कोर्ट ने बेटे को पत्नी के पास ही रहने का आदेश दिया और उन्हें सप्ताह में एक दिन रविवार को बेटे से मिलने की अनुमति दी। कोर्ट का आदेश मानते हुए वह प्रति सप्ताह बच्चे से मिलते रहते हैं। ऐसा आठ वर्ष से चल रहा है, लेकिन पिछले कुछ महीने से पत्नी बेटे से मिलने नहीं दे रही है।

राहुल बताते है दीपावली के पर्व पर वे अपने बच्चे से मिलने और उसे उसे उपहार देना चाहते है लेकिन उसकी तलाकशुदा ने बेटे से मिलने देने से इंकार दिया। इस बात को लेकर ही उन्हें सेक्टर-100 स्थित सेंचुरी अपार्टमेंट में बेटे के साथ रही रहने वाली पत्नी के घर के बाहर धरने पर बैठना पड़ा है। 

पिता के पुत्र से मिलने के लिए भूख हड़ताल की खबरे सोशल मीडिया चलने के साथ कोतवाली 39 पुलिस मौके पर पहुँच गई भूख हड़ताल पर बैठे राहुल को समझाने की कोशिश की। उस राहुल ने कोर्ट के ऑर्डर पुलिस को दिखाए। जिसके बाद उन्हें बेटे से मिलवाया गया। बाद में उन्होंने भूख हड़ताल समाप्त की।

Comments

Leave A Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *