एनजीटी के आदेश पर भारी मोरंग कारोबारी, जलधारा पर दहाड़ रही हैवी बूम की मशीने

एनजीटी के आदेश पर भारी मोरंग कारोबारी, जलधारा पर दहाड़ रही हैवी बूम की मशीने

 पी पी एन न्यूज

कमलेन्द्र सिंह

फतेहपुर।

एनजीटी के आदेश पर भारी मोरंग कारोबारी, जलधारा पर दहाड़ रही हैवी बूम की मशीने


 शासन की सख्ती माफियाओ के आगे बौनी


 अधिकारियों के रहमोकरम से खदानो से निकल रहे बेलगाम ओवरलोड वाहन


खनन के बड़े क्षेत्रों में शुमार जनपद इन दिनों अवैध खनन के लिए सुर्खियों में बना हुआ है। यहाँ एक तरफ अढावल के कम्पोजिट वन टू आदि चारों भूखंडों में पोकलैंड मशीनों से एनजीटी के नियमों को ठेंगा दिखाते हुए जलधारा से मोरम की निकासी की जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ कोर्रा में संचालित खदान में अराजकता की हदें पार करके जलधारा से मोरंग निकालने व रात्रि में भूमिधरी जमीन से मोरम निकालकर खंड में एकत्रित किया जा रहा है।

जिसका क्षेत्रीय ग्रामीण अक्सर विरोध करते हैं मगर मोरंग कारोबारी असलहों के दम पर ज्यादातर किसानों की आवाज को दबा देते हैं। इसी संचालक की एक खागा क्ष्रेत्र में संगोलीपुर मड़ैयन खदान है जहां पहले दिन से ही खदान विवादों में है। खदानकर्मियों की खुली गुंडई पर एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है मगर पुलिस व प्रशासन की मिलीभगत से संचालक खदान से कैमरों व कांटे को बंद करके जमकर ओवरलोड़ कर रहा है और उसकी इस अराजकता पर सभी ने आंखे बंद कर रखी हैं। आश्चर्य यह है कि एक एक फोटो में आठ दस मशीने कैद हो जाती हैं मगर यह इन निकम्मे अफसरों को यह नजर नहीं आती।

   मालूम हो कि यमुना नदी से निकलने वाली मोरंग की भारी मांग पूरे प्रदेश में है। जाहिर है मंडियों की मांग के अनुसार आपूर्ति के लिए मोरंग खदान संचालक को खनन ज्यादा से ज्यादा करना होगा। इसी कारण मोरंग के कारोबारी लुटेरे बनकर पूरी रात एनजीटी के नियमो को रौंदकर अवैध तरीके से खनन करते नजर आते हैं।

जिसके आये दिन वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होते हैं जिसमें कहीं कैमरे नहीं चल रहे तो कहीं धर्मकांटे से ही ओवरलोड़ निकल रहा है मगर बड़ी बिडम्बना है कि प्रशासनिक अफसरों के कानों में जू तक नहीं रेगी है। शासन प्रशासन द्वारा अवैध खनन पर अंकुश लगाने के तमाम दिशा निर्देशों के बाद भी क्षेत्र में अवैध खनन का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा।

इससे एक तरफ खनिज संपदा के साथ-साथ राजस्व को चूना लगाया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ पर्यावरण को प्रदूषित करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जा रही है। इसमें प्रशासन समेत विभागीय अधिकारियों की उदासीनता निकल कर सामने आ रही है।

जिस कारण अवैध खनन पर रोक नहीं लग पा रही है और इस खेल में माफिया मालामाल हो रहे हैं। इस बाबत खान अधिकारी राजेश कुमार ने कहा कि ओवरलोड़ पर प्रभावी अंकुश लगाया जाएगा। खदानों में कांटे से ओवरलोड़ निकलने के मामले को गम्भीरता से लिया गया है शासन को रिपोर्ट भेजी गई है ऐसे संचालको के खिलाफ कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

Comments

Leave A Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *