एजुकेशनल हब में स्टूडेंट्स को टेलीग्राम, डार्क वेब व अन्य वॉलेट एप के माध्यमो से ऑनलाईन अंतरराष्ट्रीय ड्रग सप्लाई का भडाफोड
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PPN NEWS
नोयडा।
एजुकेशनल हब में स्टूडेंट्स को टेलीग्राम, डार्क वेब व अन्य वॉलेट एप के माध्यमो से ऑनलाईन अंतरराष्ट्रीय ड्रग सप्लाई का भडाफोड
--तीन तस्कर गिरफ्तार, 29 लाख रूपये का अवैध नशीला OG बरामद
ग़्रेटर नोएडा : देश भर के एजुकेशनल हब में स्टूडेंट्स को टेलीग्राम, डार्क वेब व अन्य वोलेट एप के माध्यमो से ऑनलाईन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ड्रग सप्लाई का कारोबार करने वाले तीन तस्करो को स्वॉट टीम व थाना नॉलेज पार्क पुलिस ने गिरफ्तार किया है. ये तस्कर लेन देन क्रिप्टो करेंसी के माध्यमो से करते थे, इनके से कब्जे से अवैध नशीला OG(Original grower California weed) कुल बजन 960 ग्राम जिसकी बाजार में कीमत करीब 29 लाख रूपये बरामद किया गया है।, टेबलेट (Pill MDMA ECSTASY, LSD) व वजन मापने की छोटी इलेक्ट्रोनिक वेइंग मशीन तथा सिल्वर धातु की एक क्रश करने और पाउडर बनाने की डिब्बी बरामद किया गया है
पुलिस के गिरफ्त में खडे फरीदाबाद निवासी भानु पुत्र भागवत सिंह, अधिराज पुत्र दिनकर चतुर्वेदी और सोनू कुमार पुत्र सुबोध कुमार को थाना नॉलेजपार्क पुलिस और स्वॉट टीम ने एलजी गोल चक्कर से शारदा अस्पताल गोल चक्कर की ओर जाने वाले रास्ते में आगे पगडंडी वाला रास्ता जो IIMT कालेज नॉलेजपार्क की ओर जाने वाले मोड पर गिरफ्तार किया गया. डीसीपी ग्रेटर नोएडा अभिषेक वर्मा ने बताया कि इन तस्करों ने नोएडा ग्रेटर नोएडा ही नहीं डिल्ली एनसीआर के अन्य क्षेत्रों में, लखनऊ कानपुर और मुम्बई और दक्षिण भारत के भी कई राज्यों में कॉलेज यूनिवर्सिटी छात्रों को अपना बायर बनाया था. डीसीपी ने बताया कि पुलिस को कई दिनों से सूचना प्राप्त हो रही थी कि टेलीग्राम और अलग-अलग सोशल मीडिया के एप को यूज करके ऑनलाइन आर्डर प्लेस करके नशे के पदार्थ कुछ लोग नोएडा ग्रेटर नोएडा में मंगा रहे थे, उस सप्लाई को रोकने के लिए पुलिस द्वारा भी इस ग्रुप को इनफील्ट्रेट किया गया और इस सूचना को डेवलप कर इनकी गिरफ्तारी की गई.
डीसीपी ग्रेटर नोएडा ने बताया कि सोनू कुमार डोपबाजी के नाम से टेलीग्राम पर गुप चलाता थे जिससे ढाई सौ से 300 लोग जुडे थे. इनके द्वारा यह नशे की खेप यहां अलग-अलग कॉलेज और यूनिवर्सिटी में सप्लाई की जा रही थी. जो खेप पुलिस द्वारा पकडा गया है वो OG(Original grower California weed) है जो यूएस के कैलिफोनिया में पाया जाता है ये लोग ट्रैकिंग के व्दारा अंतरराष्ट्रीय माध्यमो से ऑनलाईन मँगा कर अलग-अलग कॉलेज और यूनिवर्सिटी में सप्लाई करते थे. उन सभी को चेक किया जा रहा है कई और लोगों के नाम भी सामने है विवेचना के क्रम में उन्हे गुप्त रखते हुए आगे की जांच की जा रही है.
डीसीपी ने बताया कि जो इनके सप्लायर हैं उनसे लेन देन क्रिप्टो करेंसी के माध्यमो से करते थे क्रिप्टो करेंसी के रूट को भी चेक किया जा रहा है और साथ में जो अलग-अलग एप्स अलग-अलग सोशल मीडिया एक प्लेटफार्म को यूज करके यह लोग माल सप्लाई करते थे उन सभी को चेक किया जा रहा है. लगभग एक साल जो उनके अकाउंट की स्टेटमेंट हैं 12 से 14 लाख हर एक व्यक्ति के अकाउंट की आया है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हर महीने 100 से 200 छात्रों को सप्लाई करते हैं और इनकी सप्लाई इनकी सप्लाई नोएडा ग्रेटर नोएडा ही नहीं मुम्बई लखनऊ कानपुर और एनसीआर के अन्य क्षेत्रों में और दक्षिण भारत के भी कई राज्यों में यहां से सप्लाई सभी रूटों को ट्रैक किया जा रहा है पोस्टल और कोरियर कंपनी उनके द्वारा बिना चेक और बिना स्कैन किए ये सप्लाई किया जा रहा है इनको कि इसके बारे में सूचना दी गई है और अन्य राज्यों की पुलिस से समन्वय स्थापित करके इस अंतरराष्ट्रीय ड्रग ट्रैकिंग को रोकने में हम सफल होंगे.
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