निगोहां क्षेत्र में चिकन पॉक्स के मरीज मिलने से हड़कंप, क्या वाकई माता का गुस्सा है चिकन पॉक्स?

निगोहां क्षेत्र में चिकन पॉक्स के मरीज मिलने से हड़कंप, क्या वाकई माता का गुस्सा है चिकन पॉक्स?

Prakash Prabhaw NEWS

निगोहां क्षेत्र में चिकन पॉक्स के मरीज मिलने से हड़कंप,


रिपोर्ट शेर खान


लखनऊ निगोहां क्षेत्र के कांटा करौंदी में एक ही परिवार के तीन सदस्यों मे चिकन पॉक्स मिलने से ग्रामीणों में दहशत है।

 स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव पहुंच कर दवाई दी। 

और टीम ने खाने पीने साफ सफाई पर ध्यान देने की बात कही। 

साथ ही कोई भी दिक्कत आने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श लेने की बात कही।


मिली जानकारी के अनुसार निगोहां क्षेत्र के ग्राम कांटा में चिकन पॉक्स की बीमारी फैल रही है गांव में एक ही परिवार के तीन सदस्यों में चिकन पॉक्स होने से आसपास के ग्रामीण भी घबराए हुए हैं।


कांटा निवासी पीड़ित विजय सिंह ने बताया कि मेरी पत्नी व बेटी और बेटे को चिकन पॉक्स जैसी बीमारी है लगभग एक महीने से बेटा और बेटी बीमार चल रहे थे जिनमें अब कुछ सुधार आया है लेकिन अब मेरी पत्नी चिकन पॉक्स जैसी बीमारी का शिकार हो गई हालांकि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सीएचओ पूनम, ए एन एम प्रिया पटेल,और आशा फ़ूल मती आई थी जिन्होंने दवा के रूप में पाउंड दिया है और ख़ाने पीने के बारे में बताया है।


चिकन पॉक्स या खसरा एक बीमारी है ना की माता,


हम सभी जानते हैं कि चिकन पॉक्स या खसरा रोग एक से दूसरे में फैलने वाली बीमारी है। इसमें व्यक्ति की बॉडी पर लाल और छोटे दाने होने लगते हैं, जिसमें काफी खुजली होती है। भारत के ज्यादातर इलाकों में इस बीमारी को माताजी कहा जाता है। लेकिन क्या आपको इसका कारण पता है?  


शरीर में होने वाला इंफेक्शन या माताजी का प्रकोप


वैसे तो साइंस के लिहाज से ये एक नॉर्मल बीमारी है, जिसमें कुछ प्रिकॉशन लेकर इंसान ठीक हो जाता है। लेकिन इंडिया में लोग इसे माताजी का प्रकोप मान लेते हैं। आज हम आपको इसकी वजह बताने जा रहे हैं वो हर वजह, जिसके पीछे साइंस या लॉजिक छिपा है लेकिन उसे माताजी से जोड़ दिया जाता है।

वैसे तो हम सारी चीजों को भगवान की मर्जी से जोड़ते हैं, लेकिन चिकन पॉक्स को खासकर शीतला माता से जोड़ा जाता है। शीतला माता को मां दुर्गा का रूप माना जाता है। ऐसा कहते हैं कि उनकी पूजा करने से चेचक, फोड़े-फूंसी और घाव ठीक हो जाते हैं। दरअसल, शीतला का अर्थ होता है ठंडक। चिकन पॉक्स होने पर बॉडी में काफी इरिटेशन होती है और उस वक्त सिर्फ बॉडी को ठंडक चाहिए होती है। इसलिए कहा जाता है कि शीतला माता की पूजा करने से वो खुश हो जाती हैं, जिससे मरीज की बॉडी को ठंडक पहुंचती है।


क्या वाकई माता का गुस्सा है चिकन पॉक्स? 


मान्यताओं के मुताबिक, चिकन पॉक्स उस इंसान को होता है, जिसपर माता का बुरा प्रकोप पड़ता है।  ऐसे में इस दौरान उनकी पूजा करने पर माता व्यक्ति की बॉडी में आती है और बीमारी को ठीक कर देती हैं।

लोग चिकन पॉक्स का इलाज करवाने की जगह इस दौरान काफी प्रिकॉशन रखते हैं और 6 से 10 दिन में बीमारी के ठीक होने का इंतजार करते हैं।

लेकिन ऐसा नहीं है। दरअसल, 90 के दशक तक चिकन पॉक्स के इंजेक्शन नहीं मौजूद थे। इस कारण विद्वानों ने इस बीमारी के कुछ घरेलू उपाय बताए थे, जिसे भगवान से जोड़ दिया जाता है।

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