छठ व्रतियों ने दिया अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य

prakash prabhaw news
नोएडा
छठ व्रतियों ने दिया अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य, उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद होगा छठ पूजा का समापन
भगवान सूर्य की आराधना व भक्ति के महान छठ पर्व के तीसरे दिन नोएडा के सेक्टर-75 स्थित गोल्फ सिटी में बनाए गए कृत्रिम तालाब में सैकड़ों छठव्रतियों ने अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। इसके अलावा गौतम बुध्द नगर मे 25 से ज्यादा स्थानो पर छठ पर्व हर्षोउल्लास से मनाया जा रहा है। 21 नवंबर की सुबह उदीयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठव्रती पारण करेंगे और पारण के साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन हो जायेगा।
अखिल भारतीय प्रवासी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुन्ना कुमार शर्मा ने सभी छठव्रतियों को पर्व की शुभकामनाएं दीं। मुन्ना कुमार शर्मा ने कहा कि सूर्य पृथ्वी पर सृष्टि के अस्तित्व व विकास का स्रोत है। सूर्य पृथ्वी पर फल-फूल रहे समस्त जीवन का स्रोत है।
जब मनुष्य पृथ्वी पर उत्पन्न हुआ तो उसका पूरा जीवन सूर्य पर निर्भर था। इसीलिए शुरू से ही मनुष्य में सूर्य के प्रति श्रद्धा और कृतज्ञता का भाव है। उन्होंने कहा कि हम लोग केवल उगते हुए सूर्य के प्रति कृतज्ञता प्रकट नहीं करते हैं, बल्कि डूबते हुए सूर्य के प्रति भी नतमस्तक होते हैं। यही इस पर्व की महानता है। 21 नवंबर की सुबह उदीयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठव्रती पारण करेंगे और पारण के साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन हो जायेगा।
दूसरी ओर, नोएडा के सेक्टर-31 स्थित शहीद भगत सिंह पार्क में पूर्वांचल मित्र मंडल छठ पूजा समिति के तत्वावधान में आयोजित छठ पूजा महोत्सव में छठ व्रतियों द्वारा अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया गया। आयोजन समिति के प्रवक्ता राघवेंद्र दुबे ने बताया कि रोशनी से जगमग छठ घाट को केले के पत्तों से सजाया गया था। छठ घाट के पानी में गंगा जल के साथ गुलाब की पंखुड़िया डाली गई।
छठ घाट पर कोरोना महामारी से बचाव के लिए दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी, जैसे स्लोगन लिखकर जागरूक किया गया। वहीं वृक्ष लगाओ, पर्यावरण बचाओ, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, प्लाटिक का उपयोग रोकने, जल संरक्षण जैसे स्लोगन लिखकर सामाजिक संदेश देने का भी कार्य किया गया। राघवेंद्र दुबे ने बताया कि कोरोना के मद्देनजर आने वाले छठ व्रतियों को सेनेटाइज कर उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई। साथ ही शारीरिक दूरी का कड़ाई से पालन करने के लिए निर्देशित भी किया गया।
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