सर चढ़कर बोलती संगोलीपुर मोरंग खदान संचालक की मनमानी, किसान को बन्धक बनाकर बंदूक की बट से पीटा

सर चढ़कर बोलती संगोलीपुर मोरंग खदान संचालक की मनमानी, किसान को बन्धक बनाकर  बंदूक की बट से पीटा

पी पी एन न्यूज

कमलेन्द्र सिंह।

फतेहपुर। 08.12.2021


सर चढ़कर बोलती संगोलीपुर मोरंग खदान संचालक की मनमानी, किसान को बन्धक बनाकर  बंदूक की बट से पीटा

शासन व प्रशासन के लाख प्रयासों के बावजूद भी जिले में संचालित हो रही मोरंग खदानों में खनन खण्ड संचालकों द्वारा प्रशासनिक मशीनरी की मदद से बड़े पैमाने पर किये जाने वाला मोरंग का अवैध खनन व ओवर लोड परिवहन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिसमें भी सबसे अधिक अब्बलता किशनपुर थाना क्षेत्र में संचालित संगोलीपुर मढ़ैय्यन मोरंग खदान ने हाँसिल की है।

जहां खदान संचालक की मनमानी इस कदर सर चढ़ कर बोल रही है। कि वह न सिर्फ खनन खण्ड के शुरुआती दिनों से ही दर्जनों बड़ी बूम वाली मशीनों से नदी का सीना छलनी कर दिन रात एक कर मोरंग के अवैध खनन व खनन खण्ड से ही मोरंग के ओवर लोड परिवहन का सिलसिला जारी किये हुए है। जो कि न सिर्फ किसानों की खड़ी फसल को जबरन रौंदते हुए ओवर लोड वाहन निकाल रहे हैं। बल्कि फसल बर्बादी का विरोध करने वाले किसानों को जबरन अगवा कर मारपीट व अभद्रता करना भी शुरू कर दिया है। जिसने महिलाओं को भी अपनी दबंगई व शियासी ताकत का एहसास कराने में नहीं बख्शा।

बीती रात थाना क्षेत्र के संगोलीपुर मढ़ैय्यन गाँव निवासी किसान शिवबाबू अपने खेतों में पानी लगाकर फसल की सिंचाई कर रहा था। इसी दौरान उसके खेत से मोरंग लदे ओवरलोड वाहन निकलने लगे। जिसका विरोध करते हुए किसान ने रास्ते मे पानी भरकर रास्ता जाम कर दिया। वाहन चालकों ने किसान द्वारा रास्ता जाम करने की सूचना खदान संचालक को दी। 

सूचना पाकर पहुँचे खदान संचालक व उसके गुर्गों ने बगैर कारण जाने किसान के साथ अभद्रता व मारपीट शुरू कर दिया। जब किसान ने इसका विरोध किया तो बकौल किसान आरोपित खनन खण्ड संचालक व उसके असलहाधारी गुर्गों ने बन्दूको का भय दिखाते हुए पीड़ित किसान को चौपहिया गाड़ी में डाल खनन खण्ड में बंधक बनाकर लात जूतों समेत बंदूक की बट से पीटकर गम्भीर रूप से घायल कर दिया।

और घायलावस्था में उसके गाँव के किनारे छोड़कर मौके से फरार हो गये। बकौल ग्रामीण इस दौरान आरोपित खदान संचालक व उसके गुर्गों ने कई राउंड हवाई फायरिंग कर ग्रामीणों को अपनी दबंगई का एहसास कराते हुए दहशत भी फैलाई।

पीड़ित किसान ने घटना की सूचना स्वजनों समेत ग्रामीणों को दी। सूचना पाकर ग्रामीणों के साथ पहुंचे स्वजनों ने घटना की सूचना पुलिस को देते हुए घायल किसान को इलाज के लिए आनन फानन निजी साधन की सहायता से ले जाकर किशनपुर कस्बे के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां किसान की चिंता जनक हालत को देखते हुए डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल के लिए रिफर कर दिया।

वहीं किसान के साथ बेलगाम खदान संचालको द्वारा बर्बरता पूर्वक की गई मारपीट से आक्रोषित ग्रामीणों ने खदान के रास्ते को जाम करते हुए पुलिस समेत जिला व तहसील प्रशासनिकों के ऊपर खदान संचालक से सांठ गांठ का आरोप लगाते हुए नारे बाजी शुरू कर दी। जिससे खदान के रास्ते मे ओवर लोड मोरंग लदे वाहनों का रेला लग गया।

जाम की सूचना पर पहुँचे किशनपुर थाना प्रभारी आशुतोष सिंह ने आक्रोषित ग्रामीणों को समझाने बुझाने का प्रयास करने लगे। तो वह और भड़क उठे। जो कि मजिस्ट्रेट के आने के बाद ही धरना प्रदर्शन खत्म करने की जिद पर अड़ गये। हलांकि बाद में खदान संचालक के खिलाफ कार्यवाही का आश्वासन देते हुए उन्होंने आक्रोषित ग्रामीणों को समझा बुझाकर शांत करवा दिया। स्थानीय पुलिस की लगभग तीन घण्टे की कड़ी मशक्कत के बाद खदान के रास्ते मे लगा जाम खुल सका।

जाम खुलने के बाद पुलिस की आंखों के सामने ओवर लोड मोरंग लदे वाहनों की आवाजाही का सिलसिला पुनः शुरू हो गया।

लेकिन पुलिस कार्यवाही की बजाय मूक दर्शक बनकर देखती रही।

ग्रामीणों की माने तो खदान संचालक की इस प्रकार की अराजकता की वजह स्थानीय पुलिस समेत तहसील प्रशासन द्वारा किसानों की फसल बर्बादी की समस्या को नजर अंदाज कर खनन खण्ड संचालक से सांठ गांठ कर उल्टे खेतों से ओवर लोड वाहन निकालने को लेकर विरोध प्रदर्शन करने वाले किसानों को ही कानूनी डण्डे व फर्जी मुकद्दमे में फँसाए जाने की धमकी देते हुए बेलगाम खनन खण्ड संचालक को शय देना बताया है।

गौरतलब हो कि खनन खण्ड में किसानों के खेतों में खड़ी फसल को रौंद जबरन मोरंग लदे वाहनों को निकाले जाने को लेकर क्षेत्रीय किसानों व खनन खण्ड संचालक के बीच विवाद शुरू हो गया था। किसान आये दिन रास्ते मे जाम भी लगा रहे थे। 

लेकिन जिम्मेदारों ने किसानों द्वारा लिखित शिकायती पत्र देने के बावजूद भी किसानों की समस्या का निस्तारण कर बेलगाम खनन खण्ड संचालक के खिलाफ कार्यवाही करना तो दूर एक भी बार खनन खण्ड क्षेत्र का निरीक्षण करना भी जरूरी नहीं समझा। केवल मामले पर टरकाऊ जवाब ही देते रहे।

जबकी उपरोक्त खनन खण्ड में ब्याप्त अनियमितता व मोरंग के ओवर लोड परिवहन की खबरें हमेशा से ही शोषल मीडिया समेत प्रमुख अखबारों की सुर्खियां भी बनीं।

वहीं इस सम्बंध में जब खनन खण्ड संचालक सुधीर तिवारी से बात की गई तो उन्होंने सारे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए पीड़ित घायल किसान पर ही धन उगाही व साथियों संग मिलकर खनन खण्ड कर्मियों के साथ मारपीट व अभद्रता करने का आरोप लगाया है।

वहीं थाना प्रभारी आशुतोष सिंह ने फायरिंग की बात को नकारते हुए दोनो पक्षों के बीच मारपीट की घटना स्वीकारते हुए दोनो पक्षों से तहरीर प्राप्त होने व एन सी आर दर्ज करने समेत दोनो पक्षो से एक एक ब्यक्ति के घायल होने की बात बताई है।

जिनमें ग्रामीण पक्ष से शिवबाबू व खदान संचालक पक्ष से कृष्ण कुमार तिवारी है। जिनको पुलिस ने मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा है। जबकी उपजिलाधिकारी प्रभाकर त्रिपाठी ने घटना की टीम गठित कर जांच करवा दोषी जनों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की बात कही है।

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