अस्पताल में नए कपड़े व मिठाई पाकर चाँदनी की खुशी का ठिकाना न रहा

अस्पताल में नए कपड़े व मिठाई पाकर चाँदनी की खुशी का ठिकाना न रहा
मोहनलालगंज
शशांक मिश्रा
बेटी की भलाई की खातिर पिता ने ईद जैसा त्यौहार मनाने से मनाकर मेडिकल कालेज में ही रुकने का फैसला लिया।वही बेटी के इलाज का जिम्मा उठाने वाले अतुल शर्मा रविवार को मेडिकल कालेज पहुँचे और मासूम चाँदनी के लिये कपड़े सहित खाने पीने का समान और ईदी लेकर पहुचे तो पिता की आंखे भर आईं तो चाँदनी नई ड्रेस पाकर खिलखिला उठी।
निगोहा के मदारीखेड़ा गांव के रहने वाले मजदूर रियाज की पांच साल की बेटी चाँदनी की आंख जानवर की सिंघ लगने से फूट गयी थी।लाकडाउन के संकट में आर्थिक तंगी झेल रहे पिता के सामने इलाज का संकट खड़ा हो गया।इसी बीच अवध इंटर नेशनल फाउंडेशन के अतुल शर्मा ने चाँदनी के इलाज का जिम्मा लेकर उसे मेडिकल कालेज में भर्ती कराया।वही जांच पड़ताल और कोरोना जांच के बाद उसे इंफेक्शन के चलते मेडिकल कालेज में ही एडमिट कर लिया।इसी बीच जब ईद त्यौहार पड़ा तो डॉक्टरों ने कहा घर जाने पर कोरोना जांच दोबारा होगी तो पिता ने बेटी की सलामती के लिये त्यौहार न मनाकर अस्पताल में ही रुकने का फैसला किया।
पिता के इस फैसले को देखकर फाउंडेशन के अतुल शर्मा ने पिता को शाबासी दी और रविवार को अचानक अतुल मेडिकल कालेज पहुच बेटी को नया कपड़े पहनाए साथ ही पिता बेटी को खाने पीने का समान दिया।समान कपड़े पाकर चाँदनी की खुशी का ठिकाना न रहा।
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