शिक्षा के उच्च मापदंडों को प्रवहमान बनाने में प्रो गिरजा शंकर का योगदान अप्रतिम-- एसडीएम
- Posted By: MOHD HASNAIN HASHMI
- राज्य
- Updated: 15 March, 2022 22:14
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प्रतापगढ
15.03.2022
रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी
शिक्षा के उच्च मापदण्डों को प्रवहमान बनाने में प्रो. गिरिजा शंकर का योगदान अप्रतिम--एसडीएम
प्रतापगढ़। प्रतापगढ जनपद के लालगंज तहसील सभागार मे मंगलवार को शिक्षाविद् एवं नगर स्थित बहुगुणा पीजी कालेज के पूर्व हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो. गिरिजा शंकर शुक्ल की तिरासवीं जयंती समारोहपूर्वक मनाई गयी। कार्यक्रम की शुरूआत एसडीएम ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह व संयुक्त अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष राम मोहन सिंह के द्वारा प्रो. शुक्ल के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। संयुक्त अधिवक्ता संघ के तत्वाधान मे आयोजित कार्यक्रम को बतौर मुख्यअतिथि संबोधित करते हुए एसडीएम ज्ञानेन्द्र विक्रम ने कहा कि प्रो. शुक्ल ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र मे बहुगुणी एवं बहु प्रतिभाशील मेधा निर्माण मे अपने ज्ञानार्जन से अप्रतिम योगदान दिया। उन्होने कहा कि प्रो. गिरिजा शंकर का व्यक्तित्व शिक्षा के उच्च सिद्धांतों को मजबूत बनाने के साथ आध्यात्मिक एवं सामाजिक क्षेत्र मे भी उत्कृष्ट योगदान की धरोहर के रूप मे समाज का पथ प्रदर्शन करता रहेगा। उन्होनें प्रो. शुक्ल के सादगी भरे व्यक्तित्व तथा हिन्दी एवं शिक्षाशास्त्र की विषय पारंगता का भी जमकर बखान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संयुक्त अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष राम मोहन सिंह ने कहा कि प्रो. शुक्ल के व्यक्तित्व मे समाजवाद तथा स्पष्ट अभिव्यक्ति की मिली प्रेरणा हमारा सदैव मार्गदर्शन करती रहेगी। प्रारम्भ मे प्रो. शुक्ल के व्यक्तित्व का विषय प्रवर्तन उनके कनिष्ठ पुत्र एवं रूरल बार के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने किया। प्रो. शुक्ल के ज्येष्ठ पुत्र एवं लखनऊ विश्वविद्यालय के सैन्य विज्ञान विभागाध्यक्ष डा. ओपी शुक्ला ने वर्चुअल संबोधन के जरिए स्वागत भाषण किया। संचालन वरिष्ठ अधिवक्ता विनोद मिश्र व संयोजन संघ के उपाध्यक्ष संतोष पाण्डेय ने किया। आभार प्रदर्शन राज्य कर्मचारी महासंघ के पूर्व अध्यक्ष रामलोचन त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अनिल महेश, टीपी यादव, लाल राजेन्द्र सिंह, दिनेश सिंह, बाबा नरेन्द्र ओझा, कालिका प्रसाद पाण्डेय, राम लगन यादव, शहजाद अंसारी ने भी प्रो. गिरिजा शंकर के शैक्षिक योगदान पर प्रकाश डाला। अधिवक्ता अनूप पाण्डेय ने गिरिजा से हिन्दी सीख मुझे बतलाती है, काव्य रचना के जरिए कार्यक्रम मे शामिल लोगों को भाव विभोर कर दिया। इस मौके पर शैलेन्द्र सिंह, प्रदीप सिंह, सत्येन्द्र श्रीवास्तव, मस्तराम पाल, हरिश्चंद्र पाण्डेय, शैलेन्द्र शुक्ला, वीरेन्द्र सिंह, प्रभात श्रीवास्तव, शिव नारायण शुक्ल, दीपेन्द्र तिवारी, हरिकिशोर त्रिपाठी, लालता प्रसाद पाण्डेय, संतोष सिंह, सूर्यकांत निराला आदि लोग मौजूद रहे।
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