नहर के कट जाने से किसानों की लगभग दो सौ बीघा गेहूं व सरसों की फसल हुई नष्ट।

नहर के कट जाने से किसानों की लगभग दो सौ बीघा गेहूं व सरसों की फसल हुई नष्ट।

प्रकाश प्रभाव न्यूज़


ब्यूरो रिपोर्ट इसराफील खान



नहर के कट जाने से किसानों की लगभग दो सौ बीघा गेहूं व सरसों की फसल हुई नष्ट।



अमेठी/तिलोई तहसील अंतर्गत जौनपुर नहर से निकलने वाली जायस रजबहा के आज बीती रात्रि कट जाने से लगभग दो सौ बीघा से अधिक किसानों की गेहूं व सरसों की फसल चौपट हो गई ।नहर का कटान इतने भयावह स्थिति में था कि किसानों को जब जानकारी हुई तो वे भरसक प्रयास के बाद भी पानी को रोक नहीं सके। एक तरफ अभी भी किसान कोविड-19 के कहर से उबर नही पाया व अपनी धान की फसलों को घर पर रख कर सजोये रखा है तो दूसरी तरफ सिंचाई विभाग के लापरवाह कर्मचारियों के चलते 20 मीटर से अधिक नहर के कटने से फसलों को पानी ने ले लिया ।मौके पर पहुंचे एसडीएम तिलोई , तहसीलदार सहित सिंचाई विभाग  खंड 41 के अधिशासी अभियंता ने भी मौके का निरीक्षण किया। एसडीएम ने जहां  सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर नाराजगी प्रकट की तो आधीशासी अभियंता ने  कहा कि रेगुलेटर पर तैनात कर्मचारियों  के खिलाफ निलंबन की कार्यवाही की जाएगी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक आज तिलोई विकासखंड के  अंतर्गत  खंड 28 के तहत निकलने वाली जौनपुर नहर  जो 41 किलोमीटर से जायस  रजबहा के नाम से  निकलती है लगभग 2 किलोमीटर पर लीही गांव के समीप लगभग 20 मीटर से अधिक का लंबा व गहरा कटान हो गया । जिससे 200 बीघे से अधिक  गेहूं व सरसों की फसलों को पानी ने डुबो कर तबाह कर दिया। किसानों ने अथक मेहनत करके इस कड़ाके की सर्दी में 20 मीटर हुई कटान का लंबा बांध दिनभर बांधते रहे ।नहर का कटान देखकर किसान जहां काफी आक्रोशित रहा वहीं त्राहि-त्राहि करता इस कड़ाके की सर्दी में नजर आया। किसानों की तबाह हुई फसलों  का जायजा लेने पहुंचे एसडीम तिलोई महात्मा सिंह  व तहसीलदार पवन कुमार शर्मा ने  मौके का निरीक्षण करने के बाद बताया कि  लीही, टेटरवहापुर,  पूरे दुर्गा दुबे , नवनीत पुर सहित कई गांव के  किसानों की सैकड़ों बीघा फसल नहर कटने से तबाह हो गई है। जिसका आकलन कराने के लिए राजस्व विभाग के कर्मचारियों को लगा दिया गया है वह  बहुत ही जल्द अपना आकलन करके रिपोर्ट भेज देंगे जिसे हम जिलाधिकारी को भेजकर किसानों  की खराब हुई फसल की क्षति पूर्ति के लिए रिपोर्ट प्रेषित कर सकें।  वही सिंचाई विभाग के आधीशासी अभियंता  खंड 41 ने जानकारी देते हुए बताया कि उक्त रेगुलेशन पर 2 कर्मचारी  की ड्यूटी थी  जो गेट बंद करके लापता हो गए जिन की लापरवाही के चलते उक्त नहर का कटान हुआ है प्रथम दृष्टया जांच में उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि नहर में बंधा लगाकर के बांध दिया गया है  लेकिन फिर भी लगभग 2 सप्ताह बाद पानी का संचालन शुरू हो सकेगा नहर के कटान से  किसानों में भारी आक्रोश।

Comments

Leave A Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *