जर्जर विद्युत तार खुलेआम दे रहे हैं दुर्घटना को दावत
- Posted By: MOHD HASNAIN HASHMI
- राज्य
- Updated: 18 June, 2021 18:35
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प्रतापगढ
18.06.2021
रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी
जर्जर विद्युत तार खुलेआम दे रहे दुर्घटना को दावत,
प्रतापगढ़ जनपद के लालगंज नगर क्षेत्र मे भी एचटी लाइन समेत आपूर्ति के लिए गुजर रहे जर्जर तारों के चलते लो बोल्टेज और संभावित दुर्घटनाओं को लेकर विद्युत विभाग की आंख नही खुल रही है। विभागीय अफसर समस्या के समाधान की कार्ययोजना मुख्यालय भेजवाये जाने के नाम पर मौन साधे हुए है। नगर के सरस्वती विद्या मंदिर से जुड़े सांगीपुर वार्ड के दर्जनों घर एचटी लाइन के बार बार टूटने से आकस्मिक बड़ी घटना की संभावना को लेकर छः माह से दहशत मे देखे जा रहे है। वार्ड से जुडे लोगों ने कई बार तहसील समाधान दिवस मे भी एचटी लाइन के खतरे से भयभीत होकर डीएम तक को ज्ञापन दे रखा है। डीएम ने भी विभागीय अफसरो को समस्या के समाधान कराए जाने के निर्देश दिये है। विद्युत विभाग के अफसर कार्ययोजना की मंजूरी के नाम पर रटारटाया शीघ्र समाधान का लोगों को लॉलीपॉप देते आ रहे है। वार्ड से जुडे विनोद सोनी, बृजमोहन यादव, आशीष शुक्ला, हरिमोहन यादव आदि का कहना है कई बार विभागीय अफसरो से लेकर जिला प्रशासन के जिम्मेदारों को प्रार्थना पत्र देकर जानमाल की सुरक्षा की गुहार की गई है। एचटी लाइन का तार अचानक जल जाने से टूटकर गिर जाया करता है। सबसे ज्यादा खतरा छोटे बच्चों को लेकर है। इसके बावजूद विभाग किसी बड़ी दुर्घटना के इंतजार मे समस्या के समाधान को लेकर कच्छप चाल चल रहा है। इसी तरह नगर के तहसील क्षेत्र से जुडी कालोनी व घुइसरनाथ रोड पर भी कई वर्षो से जर्जर तारों को बदले जाने का इंतजाम विभाग नही कर पा रहा है। जर्जर तारों के चलते प्रायः बोल्टेज लो होने की समस्या भी लोगों को परेशान किये हुए है। इन सबके बावजूद विद्युत विभाग लोगों की सुरक्षा तथा सुविधा को लेकर बेखबर है। नगरीय क्षेत्र के लोगों मे विभागीय लापरवाही को लेकर आक्रोश भी बना हुआ है। इधर नगरीय क्षेत्र में शाम की पॉली मे अघोषित विद्युत कटौती का रोना फिर शुरू हो गया है। लोगों का कहना है कि कोरोना को लेकर तहसील समाधान दिवस बंद है। ऐसे में शासन के द्वारा समाधान दिवस की शुरूआत होते ही इस बार तहसील मुख्यालय पर विभागीय लापरवाही को लेकर धरना प्रदर्शन भी करने को नगर के लोग मजबूर होगें। अधिशाषी अभियंता लालगंज आशीष कुमार सेठ का कहना है कि समस्या के समाधान के लिए कार्ययोजना भेजी जा चुकी है, धन आवंटित होते ही कार्य कराया जायेगा।
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