दीपावाली के महापर्व पर फूलो का मुरझाया कारोबार महका, लेकिन फूल मंहगे है, और ग्राहक कम

दीपावाली के महापर्व पर फूलो का मुरझाया कारोबार महका, लेकिन फूल मंहगे है, और ग्राहक कम

PPN NEWS

नोयडा

दीपावाली के महापर्व पर फूलो का मुरझाया कारोबार महका, लेकिन फूल मंहगे है, और ग्राहक कम


कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन में अपनी महक खो चुके फूलों के कारोबार को दीपावाली के महापर्व पर सांसे मिल गई है. पहले कोरोना महामारी की पहली और दूसरी लहर के चलते फूलों का कारोबार मुरझाया रहा, लेकिन इस साल स्थिति बेहतर है.

हर तरह के आयोजन होने से फूलों की मांग बढ़ी है. धनतेरस से लेकर दीपावली पर मंदिरों और घरों को सजाने के लिए फूल बाजार में सज गए हैं. लेकिन डीजल और पैट्रोल के कीमतों में बढ़ोतरी फूलो के कारोबार को प्रभावित किया है. इसका ही नतीजा है कि हर तरह के फूलों के दाम में उछाल आ रहा है और फूलो के बाजार भीड पहले से कम नज़र आ रही है.   

घर आंगन और प्रतिष्ठानों पर सजावट आदि में कोरोना महामारी की पहली और दूसरी लहर के चलते फूलों का कारोबार मुरझाया रहा, लेकिन इस साल स्थिति बेहतर है. हर तरह के आयोजन होने से फूलों की मांग बढ़ी है. यही वजह रही कि गेंदा तक का फूल सौ रुपये के भाव में बिक रहा है. दीपावली पर अपने घर को फूलो से सजाने खरीदारी करने फूल मंडी आई रजनी कहती है कि इस साल फूल मंडी लोगों की भीड़ कम है और फूलो के कीमतें भी बढ़ी हुई है.   

फूलो के करोबारी विनोद कुमार बताते है कोरोना महामारी के दौर कारोबार ठप हो गया था, लेकिन इस साल स्थिति बेहतर लेकिन कारोबार कम है. इस बार माल मंहगा है और ग्राहक कम है. धनतेरस से लेकर दीपावली तक तीन दिन तक काफी मांग रहती है, इसलिए मार्केट सुधार होने की उम्मीद है.  

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