प्रथम चरण मतदान 10 फरवरी को, पता चल जायेगा कि हवा का रुख किधर होगा

प्रथम चरण मतदान 10 फरवरी को, पता चल जायेगा कि हवा का रुख किधर होगा

PPN NEWS

प्रथम चरण मतदान 10 फरवरी को, पता चल जायेगा कि हवा का रुख किधर होगा 


देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में प्रथम चरण मतदान के लिए 8 फरवरी को प्रचार बंद हो गया। 10 फरवरी को मतदान होगा। यह पहला चुनाव है जब कोरोना  संकट के कारण खुले मैदान में बड़ी रैलियाँ नहीं हुई लेकिन वर्चुअल रैली और घर घर मतदाताओं से संपर्क तथा 1000 हजार की अधिकतम रैली की अनुमति दी। 


इस पूरे प्रचार में प्रधानमंत्री से लेकर भाजपा के बड़े-बड़े नेता, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सभी 2017 की तरह धार्मिक ध्रुवीकरण कराने में जुटे थे। अमित शाह घर घर मतदाताओं से मिलने की शुरुवात कैराना से किया और पलायनवाद का मुद्दा प्रमुखता से उठाया।


योगी आदित्यनाथ 80-20 की बात करते रहे। भाजपा के सभी छोटे बड़े नेता आक्रामक होकर अखिलेश पर हमलावर रहे लेकिन गठबंधन के दूसरे बड़े किरदार जयंत चौधरी के प्रति नरमी बरती और उन्हें बार बार चुनाव के पहले और चुनाव के बाद आने का न्यौता देते रहे। इस चुनाव में गठबंधन के दोनों युवाओं में बड़े शालीनता के साथ भाजपा के आक्रामकता का जवाब दिया। 


भाजपा आक्रामक होकर ध्रुवीकरण का प्रयास करती रही। दूसरी तरफ भाजपा के विरोधी बड़े संजीदगी के साथ बूथ की तैयारी में जुटे हैं। आक्रामकता जीतेगी या शालीनता इसका तो वास्तविक परिणाम मतगणना के दिन 10 मार्च को आएगा लेकिन टेलर और हवा का रुख 10 फरवरी को मतदान के समय दिख जायेगा।  प्रथम चरण में कुल 2,27,83,739 मतदाता हैं। जिनमें पुरुष 1,23, 31,251 तथा महिला 1,04,51,053 एवं थर्ड जेंडर 1,435 हैं। पोलिंग स्टेशनों की संख्या 10,766 और मतदान केंद्र 25,849 हैं। मैदान में 11 जिलों के 623 प्रत्याशी हैं।    


इन 11 जिलों के शामली की तीन, मुजफ्फरनगर की छह, मेरठ की सात, बागपत की तीन, गाजियाबाद की पांच, हापुड़ की तीन, गौतमबुद्ध नगर की तीन, बुलंदशहर की सात, अलीगढ़ की सात, मथुरा की पांच, आगरा की नौ कुल 58 विधानसभा सीटों पर चुनाव हो रहा है। 


सबसे अधिक 15-15 प्रत्याशी मुजफ्फरनगर और मथुरा सीट पर है। प्रथम चरण में जिन महत्वपूर्ण नेताओं का भविष्य का फैसला होगा उनमें हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह, सुरेश राणा, कल्याण सिंह के नाती संदीप कुमार सिंह, लक्ष्मी नारायण, ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा, उत्तराखंड के पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्या प्रमुख रूप से शामिल है।


जिन 58 सीटों पर मतदान होगा उनमें कैराना, थानाभवन, शामली, बुढ़ाना, चरथावल, पुरकाजी (सुरक्षित), मुजफ्फरनगर, खतौली, मीरापुर, सिवालखास, सरधना, हस्तिनापुर (सुरक्षित), किठौर, मेरठ कैंटोनमेंट, मेरठ, मेरठ दक्षिण, छपरौली, बड़ौत, बागपत, लोनी, मुरादनगर, साहिबाबाद, गाजियाबाद, मोदीनगर, धौलाना, हापुड़ (सुरक्षित), गढ़मुक्तेश्वर, नोएडा, दादरी, जेवर, सिकंदराबाद, स्याना, अनूपशहर, डिबाई, शिकारपुर, खुर्जा (सुरक्षित), खैर (सुरक्षित), बरौली, अतरौली, छर्रा, कोल, अलीगढ़, इगलास (सुरक्षित), छाता, मांट, गोवर्धन, मथुरा, बलदेव (सुरक्षित), एत्मादपुर, आगरा कैंटोनमेंट (सुरक्षित), आगरा दक्षिण, आगरा उत्तर, आगरा ग्रामीण (सुरक्षित), फतेहपुर सीकरी, खैरागढ़, फतेहाबाद, बाह सीटें शामिल हैं।

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