गौतमबुद्धनगर के डीएम के सीयूजी नंबर हैक कर साइबर अपराधी ने प्रयागराज के डीएम को किया फोन

गौतमबुद्धनगर के डीएम के सीयूजी नंबर हैक कर साइबर अपराधी ने प्रयागराज के डीएम को किया फोन

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गौतमबुद्धनगर


गौतमबुद्धनगर के डीएम के सीयूजी नंबर हैक कर साइबर अपराधी ने प्रयागराज के डीएम को किया फोन, एक साल बाद क्राइम थाने में रिपोर्ट दर्ज


साइबर क्राइम पुलिस के लिये सिरदर्द बनता जा है, हैकरो पीएम का ट्यूटर हैक पुलिस को चुनौती दी अब गौतमबुद्ध नगर के डीएम के सीयूजी नंबर हैक कर साइबर अपराधी ने प्रयागराज के डीएम को फोन करने का मामला सामने आया है। इसके बाद डीएम प्रयागराज ने डीएम सुहास एलवाई से संपर्क किया।


इसपर डीएम सुहास एलवाई डीएम प्रयागराज को बताया कि इस प्रकार का कोई फोन नहीं किया। इसकी पूरी जानकारी के लिए प्रयागराज के डीएम से इसका स्क्रीनशाट मंगवाया। डीएम ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने में 30 अगस्त 2020 को की थी। साइबर क्राइम थाने ने डीएम की शिकायत को दर्ज करने में एक साल से अधिक समय लगा दिया। यूपी साइबर सुरक्षा के एसपी डॉ. त्रिवेणी सिंह के आदेश पर पर 8 नवंबर प्राथमिकी दर्ज की गई है।


डीएम गौतमबुद्धनगर बोल रहा है और प्रयागराज के डीएम से बात करना चाहता था,… लेकिन कुछ बात होती इससे पहले फोन कट हो गया। गौतमबुद्धनगर के डीएम के सुहास एलवाई ने बताया कि पिछले वर्ष 29 अगस्त को अज्ञात व्यक्ति ने उनके पुराने सीयूजी नंबर 9454417564 को हैक कर प्रयागराज के तत्कालीन डीएम भानु चंद्र गोस्वामी के सीयूजी नंबर-9454417517 पर फोन किया।


इसके बाद डीएम प्रयागराज ने उनसे संपर्क किया। इसपर उन्होंने डीएम प्रयागराज को बताया कि इस प्रकार का कोई फोन नहीं किया। इसकी पूरी जानकारी के लिए प्रयागराज के जिलाधिकारी से इसका स्क्रीनशाट मंगवाया। डीएम ने कहा कि जिस सीयूजी नंबर से डीएम प्रयागराज को फोन किया गया था। उस सीरीज का नंबर पुराना था। अब नए सीयूजी नंबर चल रहे हैं। डीएम ने मामले की शिकायत 30 अगस्त 2020 को की थी। 


साइबर क्राइम थाने ने डीएम की शिकायत को दर्ज करने में एक साल से अधिक समय लगा दिया। साइबर थाने की प्रभारी निरीक्षक रीता यादव ने बताया कि शिकायत मिलने के तुरंत बाद जांच शुरू कर दी थी। जांच आख्या के बाद एसपी साइबर क्राइम त्रिवेणी सिंह के आदेश पर पर 8 नवंबर प्राथमिकी दर्ज की गई है।


यूपी साइबर सुरक्षा के एसपी डॉ. त्रिवेणी सिंह का कहना है कि कि मामले में विशेषज्ञों की टीम काम कर रही है आशंका है कि काल स्पूफिंग के जरिये फोन किया गया है। यह एक ऐसी तकनीक है जिसका अज्ञात व्यक्ति किसी और का मोबाइल नंबर इस्तेमाल करके किसी और को फोन कर सकता है। साइबर अपराधियों ने सीयूजी नंबर को हैक कर फोन किया था जो गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है और जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।

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