अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ‘‘अनन्ता‘‘ कार्यक्रम का किया गया आयोजन

अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ‘‘अनन्ता‘‘ कार्यक्रम का किया गया आयोजन

प्रकाश प्रभाव न्यूज़(PPN)

उदयवीर सिंह शाहजहांपुर

अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ‘‘अनन्ता‘‘ कार्यक्रम का किया गया आयोजन


शाहजहांपुर। गांधी भवन प्रेक्षा गृह में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ‘‘अनन्ता‘‘ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ जिलाधिकारी ने दीप प्रज्जवल्लित कर एवं माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया। कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले बच्चों को जिलाधिकारी मुख्य विकास अधिकारी एवं जिला प्रोबेशन अधिकारी के माध्यम से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर बेसिक शिक्षा एवं आयुष्मान विभाग के बच्चो द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रंगा-रंग प्रस्तुति की गयी एवं कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले बच्चों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया । महिला कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग, पुलिस विभाग, महिला एवं बाल विकास पुष्टाहार विभाग, स्वास्थ्य विभाग, एन०आर०एल०एम० विभाग, जिला पूर्ति कार्यालय, पंचायती राज विभाग आदि में विशेष योगदान देने वाली 140 महिलाओं को जिला प्रशासन के माध्यम से सम्मानित किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय की नन्हीं सी बच्ची शामली की नृत्य प्रतिभा से प्रभावित होकर व्यक्तिगत प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया।  जिलाधिकारी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कहा कि सभी को मिलकर लैंगिक भेदभाव को मिटाना है आज सभी क्षेत्रों जैसे पुलिस विभाग, न्याय विभाग, राजस्व विभाग सेना, आदि में महिलाये पुरूष से कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थिति सभी महिलाओं को शुभ कामनायें एवं धन्यवाद दिया ।

गीतिका सिंह,  प्रधान मजिस्ट्रेट किशोर न्याय बोर्ड शाहजहाँपुर ने कहा कि नारी के रूप में जन्म लेना ही एक उपलब्धि है यहाँ बैठी सभी महिलाये खुशकिस्मत है कि 80 प्रतिशत महिलाओं को यहाँ तक पहुचने का अवसर प्राप्त नही होता है, ये मायने नहीं रहता कि आप किस पद पर है, आप को जो जिम्मेदारी मिली है उसमें हम सभी को अपना 100 प्रतिशत देना चाहिये। आशुतोष तिवारी माननीय सचिव, विधिक सेवा प्राधिकरण ने कहा कि आज का दिन महिलाओं के लिये हैं आज यदि महिलाये ही महिलाओं को सम्बोधित करें तो उन्हे अधिक उत्साह मिलेगा। इस अवसर पर उन्होने कहा कि सभी सरकारी संस्थायें महिलाओं के उत्थान के लिये वचनबद्ध है। रामसेवक द्विवेदी, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) ने कहा कि महिला सशक्तीकरण सही मायने में तब होगा जब महिलाओं के लिये सशक्तीकरण शब्द की आवश्यकता न पडे़ जिस प्रकार पुरूष सशक्तीकरण शब्द का प्रयोग नही होता शेर शब्द का प्रयोग होते ही शक्ति का पता चल जाता है उसी प्रकार महिला शब्द का प्रयोग होते ही शक्ति का पता खुद व खुद लगना चाहिये । रूबीना, सी0एफ0आर0 ने कहा कि महिलाओं का सही मायने में सशक्तीकरण तब हो पायेगा जब वे अपने निर्णय स्वयं ले पायेंगी, जिस प्रकार शादी के बाद पहला बच्चा कब होना है एक बच्चे से दूसरे बच्चे में कितने वर्षाे का अन्तर होना चाहिये बच्चो की पढ़ाई लिखाई आदि के निर्णय उस पर थोपे न जाये। इन निर्णय में उसकी भी प्रमुख भागीदारी भी होनी चाहिये । मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि प्राचीन काल में महिलाओं को पुरूषो के समान नही समझा जाता था ना ही महिलाओं को मताअधिकार करने का अधिकार था महिलायें क्या सोच रही है किसी महत्वपूर्ण विषय पर उनकी क्या राय है यह भी उनसे नहीं पूछा जाता था । किन्तु अब धीरे धीरे समाज में परिवर्तन आ रहा है एवं महिलाओ को आगे बढ़ने के लिये शिक्षा एवं आर्थिक रूप से आत्म निर्भर बनने की विशेष आवश्यकता है।

इस अवसर पर अनीता श्रीवास्तव प्राधानाचार्य नालन्दा पब्लिक स्कूल एवं अन्य वक्ताओं ने सम्बोधित किया मंच का संचालन प्रज्ञा गुप्ता, एवं उनके सहयोगी द्वारा किया गया महिला कल्याण विभाग की ओर से उपस्थिति सभी महिलाओ हेतु जलपान की व्यवस्था की गयी एवं गौरव मिश्रा, जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा कार्यक्रम में प्रतिभाग करने हेतु सभी का हद्रय से आभार व्यक्त किया गया । इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी (विकास), जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, एवं सदस्य किशोर न्याय बोर्ड एवं अन्य जिला स्तरीय अधिकारी तथा महिला कल्याण विभाग के कर्मचारियों द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया ।


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