प्रोस्टेट कैंसर को 90 दिनों में करें अलविदा!

PPN NEWS

लखनऊ 

Report, izhar ahmad

कैंसर के इलाज का दावा, डॉ. बाबा स्टीव बेदी की क्रांतिकारी पहल


लखनऊ। प्रोस्टेट कैंसर के मरीजों के लिए एक नई सुबह की किरण बनकर आए हैं विश्वविख्यात चिकित्सक और ऑर्गैज़म वर्ल्ड फाउंडेशन के संस्थापक डॉ. बाबा स्टीव बेदी! अमेरिका में 50 से अधिक वर्षों तक मूत्र रोग विज्ञान, सामान्य सर्जरी और एकीकृत चिकित्सा में चमत्कार करने के बाद, अब वे अपनी जन्मभूमि भारत में प्रोस्टेट कैंसर को जड़ से खत्म करने का संकल्प लेकर लौटे हैं। 

 

डॉ. बेदी ने एक ऐसी क्रांतिकारी तकनीक विकसित की है, जो स्टेज वन प्रोस्टेट कैंसर को बिना शर्त चेतना के साथ महज 90 दिनों में ठीक कर सकती है। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इस पद्धति में न तो रोबोटिक प्रोस्टेटेक्टॉमी की जरूरत है और न ही रेडिएशन की। इतना ही नहीं, मरीजों को इरेक्शन, स्खलन, पैठ या मूत्र हानि जैसी तकलीफों से भी गुजरना नहीं पड़ेगा। यह तकनीक मरीजों को न सिर्फ शारीरिक, बल्कि मानसिक रूप से भी सशक्त बनाती है।  


डॉ. बेदी का दावा है कि उनकी इस पद्धति से संयुक्त राज्य के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन, जो स्टेज वन प्रोस्टेट कैंसर से जूझ रहे हैं, बिना सर्जरी या रेडिएशन के स्वस्थ हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि अमेरिका में अब तक 10 मिलियन लोग रोबोटिक प्रोस्टेटेक्टॉमी करवा चुके हैं, लेकिन उनकी तकनीक इससे कहीं बेहतर और जोखिम-मुक्त विकल्प है।  


भारत में स्थिति गंभीर है—लगभग 40 मिलियन लोग प्रोस्टेट कैंसर और प्रोस्टेट वृद्धि से जूझ रहे हैं। इस संकट को देखते हुए डॉ. बेदी ने भारत में अपनी सेवाएं शुरू की हैं। उनका लक्ष्य है हर मरीज को नया जीवन देना। वे कहते हैं, "मैं अपनी मातृभूमि के लिए कुछ करना चाहता हूँ। प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित हर व्यक्ति को मैं स्वस्थ और खुशहाल देखना चाहता हूँ।"  


डॉ. बेदी की इस पहल ने भारत में स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नई उम्मीद जगाई है। मरीजों और विशेषज्ञों के बीच उनके इस अभियान को लेकर जबरदस्त उत्साह है। यह तकनीक न केवल भारत, बल्कि वैश्विक स्तर पर प्रोस्टेट कैंसर के इलाज में एक मील का पत्थर साबित हो सकती है। क्या आप भी इस क्रांति का हिस्सा बनने को तैयार हैं?

Comments

Leave A Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *