पीएनसी के सबकॉन्ट्रैक्टर पर बाइक सवार बदमाशों ने की फायरिंग

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मोहनलालगंज में पीएनसी के सबकॉन्ट्रैक्टर पर बाइक सवार बदमाशों ने की फायरिंग
जानलेवा हमले में बाल बाल बचा सबकॉन्ट्रैक्टर
गोली गाड़ी के शीशे को चीरती हुई छत में फंसी
पुलिस रात भर छुपाए रही फायरिंग का राज सुबह दर्ज हुआ मुकदमा
पीड़ित की तहरीर पर सहकारी समिति के सचिव व दो अन्य ठेकेदारों के खिलाफ मामला दर्ज
मोहनलालगंज, लखनऊ।
रिपोर्ट- सरोज यादव।
मोहनलालगंज कोतवाली क्षेत्र के सिसेंडी इलाके में खनन के विवाद में पीएनसी इन्फ्राटेक लिमिटेड के सबकॉन्ट्रैक्टर पर बाइक सवार बदमाशों ने फायरिंग कर दी। फायरिंग के दौरान सब कॉन्ट्रैक्टर बाल बाल बच गया। गोली गाड़ी के शीशे को भेदती हुई गाड़ी की छत में जा घुसी। पीड़ित की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच के बाद मौके से एक खोखा बरामद करने के बाद भी मामले को रातभर दबाने का प्रयास किया। काफी दबाव के बाद सुबह मामला दर्ज किया गया। वहीं दूसरी ओर आरोपी सचिव ने कहा कि उसकी शिकायत पर रायल्टी रद्द होने पर सबकान्ट्रेक्टर ने रंजिशन उसे फंसाने के लिए उस पर जानलेवा हमले का आरोप लगाया है। फिलहाल पुलिस पीड़ित की तहरीर पर तीनो आरोपियों के खिलाफ जानलेवा हमले का मामला दर्ज कर मामले की जांच में जुटी है।
मामला राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज कोतवाली क्षेत्र के इस सिसेंडी इलाके का है जहां बीते गुरुवार की देर रात करीब एक बजे सिसेंडी क्षेत्र में हिलगी तिराहे पर पीड़ित शिव मिलन सिंह खनन स्थल कोडरा रायपुर से अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी से वापस आ रहे थे तभी हिलगी तिराहे के पास बाइक पर आए दो बदमाशों ने अचानक उनके ऊपर फायर झोंक दिया। गोली शीशे को भेदती हुई शिव मिलन सिंह के सिर के ऊपर से गाड़ी की छत में जा घुसी। अचानक हुए हमले से घबराकर पीड़ित ने आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी। फायरिंग की सूचना मिलते ही मोहनलालगंज थाने में तैनात उपनिरीक्षक विजय कुमार सरोज पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मौका मुआयना किया। पुलिस ने मौके से एक खोखा भी बरामद किया। पीड़ित के मुताबिक बीते 25 अप्रैल को पीएनसी के मिट्टी खनन के कार्य को लेकर बंथरा थाना क्षेत्र के खटोला निवासी बिजनौर सहकारी मतस्य जीवी समिति के सचिव संजीव कुमार से पूर्व में विवाद हुआ था। पीड़ित शिवमंगल सिंह ने आशंका जताई कि वारदात के पीछे संजीव कुमार, खनन ठेकेदार मनोज यादव व विनोद यादव का हाथ हो सकता है। वहीं फायरिंग की वारदात के बाद भी पुलिस ने मामले को संदिग्ध मानते हुए गंभीरता से नहीं लिया और मामले में हीलाहवाली दिखाते हुए मुकदमा दर्ज करने में कोताही बरती और देर रात हुई गोलीबारी की वारदात का पुलिस ने घटना के दूसरे दिन शुक्रवार की सुबह 9 बजे मुकदमा दर्ज किया। इस बीच खनन माफियाओं के प्रति पुलिस का प्रेम साफ दिखाई दिया। मोहनलालगंज पुलिस ने फायरिंग की घटना को छुपाने का भरसक प्रयास किया और आलाधिकारियों को भी गुमराह किया। लेकिन बढ़ते दबाव के चलते पुलिस अपने मकसद में कामयाब न हो सकी। अंततः पुलिस को पीड़ित शिव मिलन सिंह की तहरीर पर आरोपी सहकारी समिति के सचिव संजीव कुमार, मनोज यादव व विनोद यादव के खिलाफ धारा 307 का मुकदमा दर्ज करना पड़ा। वहीं दूसरी ओर पीएनसी इन्फ्राटेक लिमिटेड कंपनी के सबकॉन्ट्रैक्टर शिव मिलन सिंह का भी विवादों से पुराना नाता रहा है।
इससे पूर्व भी मोहनलालगंज कोतवाली क्षेत्र में अवैध खनन करने के आरोप में पुलिस ने शिव मिलन सिंह के डंपर सीज कर दिए थे और सीज किए गए वाहन के कागजात खनन विभाग को भेजने में पुलिस की ओर से हुई देरी पर शिव मिलन सिंह ने पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाकर विधानसभा के सामने आत्मदाह का प्रयास किया था। जिसके बाद मोहनलालगंज में तैनात रहे तत्कालीन इंस्पेक्टर महेश दुबे व दो सिपाहियों को लापरवाही के मामले में निलंबित कर दिया गया था।
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