अधिकारी के द्वारा कार्यकर्ताओं से जबरजस्ती मांगा जा रहा रुपए।

- महिला बाल विकास विभाग जवा के पर्यवेक्षक व परियोजना अधिकारी के द्वारा कार्यकर्ताओं से जबरजस्ती मांगा जा रहा रुपए।
- न देने पर आडिट कराने की दी जा रही धमकी। रीवा में बैठे पैसे के दम पर कर दी जाती है आडिट।
मध्यप्रदेश/ रीवा / जवा/ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खबर सामने आई है की महिला बाल विकास विभाग जवा के पर्यवेक्षक और परियोजना अधिकारी के द्वारा निर्देश जारी किया गया और बकायदे रजिस्टर बनाकर नाम सहित आगे
- 200 सौ रुपए हर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से मांग की जा रही है
और जो देता है सामने रजिस्टर में इंट्री की जाती है जो नही देता उसे कार्यवाही करने की धमकी दी जाती है।
बताया जाता है की महिला बाल विकास विभाग जवा के ज्यादातर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सुपरवाइजर पर्यवेक्षक और
- परियोजना अधिकारी रीवा में रहकर अपने केंद्र और कार्यालय को चलाती है
हफ्ते में एक दिन पर्यवेक्षक और महीने में एक या दो बार ज्यादातर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कार्यालय में उपस्थित होकर अपनी ड्यूटी निभाती है
जिस वजह से संबंधित अधिकारी उनके ऊपर दबाव बनाकर अपना काम करते रहते है
- जिसका खामियाजा उन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भुगतना पड़ता है जो रेगुलर रहती है।
मामला सामने आया है की आडिट के नाम पर सभी से 200 सौ की मांग की जा रही है और जो कार्यकर्ता नहीं देगी उसके यहां दबाव बनाकर आडिट कराई जाएगी। जो देगा उसकी कोई आडिट नही होगी।
इस तरह से जवा तहसील अंतर्गत महिला बाल विकास विभाग का भर्रेसाही के साथ केंद्रो और कार्यालय का संचालन किया जा रहा है
जबकि वाकयी में जांच की जाए तो कुछ केंद्रो को छोड़कर ज्यादातर केंद्र बंद मिलेंगे या सहायिका के सहारे संचालित मिलेंगे है आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पर्यवेक्षक रीवा या अन्य जगह में बैठ कर अपने बच्चो के साथ केंद्र चलाते मिलेंगे।
जिला कलेक्टर को मामले को संज्ञान में लेकर सही जांच कर कार्यवाही करनी चाहिए।
- आखिर अब क्या होगा न्याय
- रिपोर्ट / मध्यप्रदेश क्राइम हेड
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