सरदार बल्लभ भाई पटेल की 72 वीं पुण्यतिथि मनाई गई
- Posted By: Dinesh Kumar
- उत्तर प्रदेश
- Updated: 15 December, 2022 19:32
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PPN NEWS
रिपोर्ट --दिनेश कुमार (जिला संवाददाता)
सरदार बल्लभ भाई पटेल की 72 वीं पुण्यतिथि मनाई गई
कौशाम्बी। लौहपुरुष भारत रत्न आजाद भारत के प्रथम उपप्रधानमंत्री व गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल के 72 वें परिनिर्वाण दिवस पर मनौरी में सरदार पटेल जी के चित्र पर माल्यार्पण करने के बाद समाज सेवी प्रीतम पटेल ने कहा कि आज भारत का जो नक्शा है वो सरदार पटेल की निर्भीकता निडरता और अदम्य साहस की बदौलत है।
उन्होंने कहा कि देश की 563 छोटी छोटी देशी रियासतों को एक कर आधुनिक भारत का निर्माण किया। सरदार पटेल ने किया छुआ छूत और पाखण्ड व आडंबर के वह विरोधी थे। इन सबका सबसे कारण अशिक्षा है जब लोग शिक्षित होंगे तो ये सब बुराइयां अपने आप खत्म हो जाएगी। छुआ-छूत देश की तरक्की में सबसे बड़ा बाधक है। सरदार पटेल ने देश को आर्थिक राजनैतिक और भौगोलिक दृष्टि से मजबूत करने का काम किया।
पटेल जी हमेशा से किसानों की समस्याओं को लेकर चिंतित रहते थे। उनका मानना था कि किसान को उसकी उपज का उचित मूल्य तभी मिल पायेगा जब कृषि को उद्योग का दर्जा मिले देश के विकास में सरदार पटेल का योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने स्वतन्त्र भारत को एक करने में भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन को वैचारिक एवं क्रियात्मक रूप से नई दिशा दी। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल चाहते थे कि देश की सभी नदियों को आपस में जोड़ा जाय, जिससे कहीं बाढ़ और सूखे का सामना न करने पड़े। सरदार पटेल हमेशा से किसानों मजलूमो के अधिकारों के लिए चिंचित रहते थे और कहते थे कि देश की तरक्की को तीन चीजे बहुत जरूरी है। पहला अंकुरित बीज, दूसरा चलता हुआ ट्रांसपोर्ट और बहता हुआ जल वहीं वृजेश्वर सिंह ने कहा कि आधुनिक भारत का नक्शा सरदार पटेल जी की वजह से है। पटेल जी का व्यक्तित्व बहुत बड़ा है और उन्हें एक समाज नही बाँधा जा सकता है वे कहते थे कि प्रत्येक नागरिक को इस बात का एहसास होना चाहिए कि वह आजाद है और उसे इस आजादी की रक्षा करनी चाहिए तभी एक राष्ट्र बनाने की परिकल्पना पूरी होगी।इस दौरान अरुण कुमार, संदीप मिश्रा, नन्द लाल, विक्रम सिंह, फूलचन्द्र दिवाकर, दिरगज कोरी, सनाउल इस्लाम, जावेद आलम सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
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