समतामूलक समाज की स्थापना हेतु एसडीएम को ज्ञापन सौंपा
- Posted By: Admin 
                                                                              
- उत्तर प्रदेश
- Updated: 12 June, 2020 09:37
- 4221
 
 
                                                            Prakash Prabhaw News
निगोहां, लखनऊ
Report - Arif Mansoori
समतामूलक समाज की स्थापना हेतु एसडीएम को ज्ञापन सौंपा
एक लंबे अरसे तक चलें मुकदमे के बाद कोर्ट से आये निर्णय का सम्मान करते हुए अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के दौरान खुदाई में मिल रही भगवान बुद्ध की मूर्तियां व अवशेष के साथ हो रही छेड़छाड़ सम्बंधित 7 सूत्रीय मांगों को लेकर भगवान बुद्ध सामाजिक सेवा संस्थान के सदस्यों ने राष्ट्रपति को मामले में संज्ञान लेने के लिए एसडीएम मोहन लाल गंज को ज्ञापन सौपा बौद्ध उपासक जितेंद्र वर्धन ने एसडीएम मोहन लाल को ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि अयोध्या में चल रहे राम मंदिर निर्माण के दौरान हो रही खुदाई में भगवान बुद्ध की 2000 वर्ष पुरानी प्रतिमाएं, शिखालेख व बौद्धकालीन प्रतीक व अवशेष प्राप्त हो रहे है जो पुरातत्विक व ऐतिहासिक दृष्टिकोण से काफी मूल्यवान है इस दृष्टिकोण से बौद्ध उपासको ने एसडीएम मोहन लाल गंज को ज्ञापन सौंप राष्ट्रपति को मामले को संज्ञान में लेने की बात कही। ज्ञापन में उपासको की मुख्य मांगे है कि खुदाई स्थल पर तत्काल प्रभाव कार्य रोक दिया जाय खुदाई भरतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की निगरानी में कराई जाए खुदाई स्थल को भारतीय पूरा तत्व सर्वेक्षण की देख रेख में राष्ट्रीय स्मारक के लिए संरक्षित कर दिया जाए। भारतीय इतिहास वेत्ताओं एवं बौद्ध विद्वानों की संयुक्त टीम उत्तखनन स्थल का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट संसद को पेश करें व अयोध्या में बने रहे भगवान राम का मंदिर का निर्माण तत्काल रोक दिया जाय और उसे अयोध्या में ही कहीं और बनवाया जाए। इस दौरान भिक्खु जितेंद्र वर्धन, भिक्खु नागप्रिय, भिक्खु बुद्ध प्रिय, भिक्खु चममशील, चन्द्रभान विकास, शैलेन्द्र, सत्येंद्र  आदि बौद्ध उपासक मौजूद रहे।
 
                                                         
                                                                 
                                                                 
                                                                 
                                                                 
            
Comments