अब हूजूर की बेटा-बेटी नहीं मजूर के बेटा-बेटी बनेगी हूजूर- धर्मपाल सिंह
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- उत्तर प्रदेश
- Updated: 4 July, 2022 19:00
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PPN NEWS
अब हूजूर की बेटा-बेटी नहीं मजूर के बेटा-बेटी बनेगी हूजूर- धर्मपाल सिंह
मदरसा शिक्षा को आधुनिकता की ओर बढ़ाने के लिए हम वचन बद्ध- दानिश अंसारी
लखनऊ। अब हूजूर की बेटी या बेटा ही हूजूर नहीं बनेंगे बल्कि अब मजूर की बेटी और बेटा भी हूजूर बनेंगे। हमारा प्रयास है कि हम मदरसा शिक्षा को उस पैमाने पर लें जाएं जहां जा कर हम इस कहावत को यर्थात करने में सफ़ल हों।
यह कामना केवल उप्र अल्पसंख्यक मंत्री होने के नाते मेरी नहीं बल्कि इस देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की है जिनकी प्रेरणा और सोच से आज हम यहां तक पहंुच सके हैं कि मदरसा बोर्ड के मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया जा रहा है। यह बातें उप्र के अल्पसंख्यक वक़्फ़ बोर्ड एवं हज मंत्री धर्मपाल सिंह ने सोमवार को मदरसा बोर्ड के मेधावी छात्र-छात्रओं को सम्मानित करने के दौरान कहीं। इस मौके पर उप्र मदरसा शिक्षा परिषद द्वारा संचालित मदरसों की सेकेंड्री (मुंशी/मौलवी), सीनियर सेकेंड्री(आलिम), कामिल एवं फ़ाजिल की बोर्ड परिक्षा वर्ष 2020 के घोषित परिणाम में प्रदेश स्तर पर प्रत्येक कक्षा में सर्वोच्च अंक पाने वाले प्रथम दस अर्थात कुल 40 विद्यार्थियों को एक-एक लाख रूपये, टैबलेट, मेडल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
साथ ही गणित व विज्ञान विषय के अभ्यर्थियों में से प्रदेश स्तर पर प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले 9 विद्यार्थियों को 51 हजार रूपये, टैबलेट, मेडल एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया।
उप्र मदरसा शिक्षा परिषद के मेधावी विद्यार्थियों के सम्मान कार्यक्रम के दौरान मदरसा-ई-लर्निंग एप(मेला) को भी लांच किया गया। अपने अभिवादन में उप्र के अल्पसंख्यक मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि उप्र के सीएम के नेतृत्व में हम मदरसा शि़क्षा बोर्ड में ऐसी अमूलचूल परिवर्तन और ऐसी उच्चकोटि की गुणवत्ता वाली शिक्षा लाने जा रहे हैं जिसके बाद मदरसा शिक्षा का स्तर और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाएगा। वही अल्पसंख्यक राज्य मंत्री दानिश अज़ाद अंसारी ने बताया कि मदरसा तालीम को हर दिन हर पल हम आधुनिकता की ओर ले जाया जाएगा जिसकी शुरूआत हमने मदरसा-ई-लर्निंग एप(मेला) को लांच कर दिखा दिया है।
श्री अंसारी ने कही कि अब तक मदरसों में केवल गरीब एवं निम्न स्तर के बच्चे ही शिक्षा हासिल करने आते थे लेकिन अब हर वर्ग का बच्चा यहां तालीम पा रहा है। उन्होंने कहा कि हम मदरसे को आधुनिक शिक्षा से जोड़कर शिक्षा की मुख्यधारा के साथ लाने का काम करने जा रहे हैं। उप्र मदरसा शिक्षा परिषद के अध्यक्ष डा. इफ़्तिख़ार अहमद जावेद ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि मदरसा में केवल उर्दू अरबी फ़ारसी नहीं बल्कि मुख्यधारा की हर शिक्षा दी जाएगी और वे सभी विषय हर विद्यार्थी के लिए अनिवार्य होंगें।
उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम उप्र मदरसा शिक्षा परिषद के विद्यार्थियों के शैक्षिक उत्थान के लिए मील का पत्थर साबित होगा साथ ही हमारे पीएम मोदी जी का सपना कि मुस्लिम बच्चों के एक हाथ में कुरआन तथा एक हाथ में कम्प्यूटर को साकार होते देखा जा सकेगा। श्री इफ़्तिख़ार ने कहा कि मदरसों में राष्ट्रगान को भी अनिवार्य किया जाएगा जिससे हर विद्यार्थी के मन में देशभक्ति की भावना का संचार हो।
इस अवसर पर अल्पसंख्यक कल्याण निदेशक सी. इन्दुमति, उप्र मदरसा शिक्षा परिषद के सदस्यगण क़मर अली, इमरान अहमद, असद हुसैन, तनवीर रिज़वी, संयुक्त निदेशक आरपी सिंह, रजिस्ट्रार जगमोहन सिंह, उप निदेशक एसपी तिवारी, राहुल गुप्ता, उप निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण सोन कुमार, बालेंदु द्विवेदी तथा जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी विजय मिश्रा उपस्थित रहे।
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