बर्ड फ्लू से निपटने के लिए जनपद स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक सम्पन्न।
- Posted By: Surendra Kumar
- उत्तर प्रदेश
- Updated: 10 November, 2022 19:22
- 915

बर्ड फ्लू से निपटने के लिए जनपद स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक सम्पन्न।
बर्ड फ्लू से निपटने के लिए 5 रैपिड रिस्पॉन्स टीमों का गठन, तीन हेल्पलाइन नं० 18001804151, 05222741991, 2741992 जारी किये गये।
जिन क्षेत्रों में बर्ड फ्लू की सूचना प्राप्त हो उसके आस-पास भ्रमण न करें, संक्रमित पक्षियों के सीधे सम्पर्क में आने से बचें।
रिपोर्ट - सुरेन्द्र शुक्ला
लखनऊ 10 नवम्बर 2022
जिलाधिकारी श्री सूर्यपाल गंगवार के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी(टी0जी0) की अध्यक्षता में बर्ड फ्लू के रोकथाम की तैयारी नियंत्रण एवं शमन की जनपद स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक कलेक्टेªट स्थित डा0ऐ0पी0जे0 अब्दुल कलाम सभागार में सम्पन्न हुई।
बैठक में जनपद में बर्ड फ्लू की वर्तमान स्थित वन विभाग, सिंचाई, पुलिस, स्वास्थ्य, नगर विकास आदि विभागों के कार्यों पर विचार किया गया। एवियन इन्फ्लूएन्जा (बर्ड फ्लू) सर्विलान्स हेतु नियमित रूप से पछियों के सीरम सैम्पल, कैडरेड प्रयोगशाला भेजने के सम्बन्ध में विस्तृत रूप से चर्चा की गई। अपर जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में संचालित बडे़ कुक्कुट फार्माें का निरीक्षण किया जाये। जनपद स्तर पर संचालित इंटीग्रेटेड कोविड कमाण्ड कन्ट्रोल रूम का उपयोग बर्ड फ्लू नियंत्रण हेतु भी किया जाये। इसमें पशुपालन विभाग के अधिकारियों की विभिन्न पालियों में ड्यूटी लगायी जाये। उन्होंने कहा कि एवियन इन्फ्लूएन्जा बीमारी को रोकने के लिये विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए कि कुक्कुट मालिक व्यापार से जुडे़ व्यक्ति तथा वाइल्ड लाइफ स्टॉफ पक्षियों की अचानक बिमारियों व मृत की सूचना निकट के पशु चिकित्सा अधिकारी को दें जिससे एक्शन प्लान के साथ कार्यवाही की जा सकें।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि बर्ड फ्लू से निपटने के लिए 5 रैपिड रिस्पॉन्स टीमों का गठन किया गया है। इसके साथ ही तीन हेल्पलाइन नं० 18001804151, 05222741991, 2741992 जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि मृत पक्षी की सूचना तत्काल जिला स्तरीय कोविट कन्ट्रोल रूम को दी जाये, अच्छी तरह पकाये गये कुक्कुट या अण्डे आदि से बर्ड फ्लू नही फैलता है। इसलिये कुक्कुट या कुक्कुट उत्पाद को अच्छी तरह पका कर ही खाये, कुक्कुट पक्षियों के पालने के स्थान/फार्म के आस-पास जैव सुरक्षा, साफ-सफाई, डिसइन्फेक्सन करें, पक्षियों को हैन्डिल करने के पश्चात एन्टीसैफ्टिक लोशन से हाथ को अच्छी तरह से धोयें, बर्ड फ्लू से संक्रमित पक्षी के सम्पर्क के आने पर चिकित्सक की सलाह पर दवा खायें। उन्होंने जनसामान्य को सलाह दी कि मृत पक्षियों को न छुयें, अफवाहों पर ध्यान न दें, जिन क्षेत्रों में बर्ड फ्लू की सूचना प्राप्त हो उसके आस-पास भ्रमण न करें, संक्रमित पक्षियों के सीधे सम्पर्क में आने से बचें तथा उनकों हाथों से दाना न खिलायें।
बैठक में पशुपालन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पंचायती राज विभाग, डी0आर0डी0ए0, वन विभाग, सिंचाई विभाग एवं पुलिस विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
--------------------------------------------
Comments