दलित उत्पीड़न के खिलाफ भाकपा का प्रदर्शन, राष्ट्रपति को सौंपा सात सूत्रीय ज्ञापन
- Posted By: Sarvare Alam 
                                                                            
                                                                    
                                 - ताज़ा खबर
 - Updated: 16 October, 2025 23:14
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                                                            खागा/फतेहपुर। गुरुवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) फतेहपुर इकाई ने दलितों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों के खिलाफ अपने राज्यव्यापी आंदोलन के तहत खागा तहसील में जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने स्थानीय डाक बंगले के पास एकत्र होकर नारेबाज़ी की और उपजिलाधिकारी खागा के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को सात सूत्रीय मांग पत्र सौंपा।
पार्टी ने देश में दलितों और अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है। फतेहपुर के दलित युवक हरिओम वाल्मीकि की रायबरेली में पीट-पीटकर की गई हत्या, हरियाणा के दलित आईपीएस अधिकारी पूरनलाल की प्रताड़ना के चलते आत्महत्या, और भारत के मुख्य न्यायाधीश बी. आर. गवई पर कोर्ट परिसर में जूता फेंकने जैसी घटनाओं को देश के लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा बताया गया।
इसके अलावा लखनऊ के बंथरा कस्बे की एक दलित छात्रा के साथ हुए गैंगरेप की घटना ने भी प्रदर्शनकारियों को आक्रोशित कर दिया। पार्टी ने इन घटनाओं को दलित विरोधी मानसिकता का परिणाम बताते हुए प्रदेश और केंद्र सरकार की आलोचना की।
वहीं प्रदर्शन के दौरान सौंपे गए सात सूत्रीय ज्ञापन में निम्न प्रमुख मांगें रखते हुए कहा कि देश में दलितों की जातिगत हत्याओं पर रोक लगाने हेतु सख्त कानून लागू किया जाए।प्रदेश में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए।
देश में लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा की जाए। धर्म के आधार पर देश को बांटने की साजिशों को रोका जाए। हरिओम वाल्मीकि की हत्या की न्यायिक जांच कराई जाए, पीड़ित परिवार को ₹1 करोड़ मुआवजा व एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। आईपीएस पूरनलाल की आत्महत्या की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों को सजा दी जाए। मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने की घटना में शामिल व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
वहीं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने स्पष्ट किया कि यदि इन मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो संघर्ष और तेज किया जाएगा। पार्टी ने यह भी कहा कि वे दलितों के अधिकारों की रक्षा के लिए सड़क से संसद तक आवाज उठाते रहेंगे।
इस मौके पर धरना प्रदर्शन का नेतृत्व जिला सचिव रामप्रकाश ने किया। कार्यक्रम में राज्य कार्यकारिणी सदस्य मोतीलाल एडवोकेट, राज्य परिषद सदस्य रामचंद्र, जिला सहसचिव रामकृष्ण हेगड़े, जिला काउंसिल सदस्य राम अवतार सिंह, राधेरमण पांडे, नोखेलाल, कयामुद्दीन, शिवनारायण साहू, जगदेव, गयालाल, नेम सिंह एडवोकेट, राम सुमेर सिंह एडवोकेट, अतुल कुमार एडवोकेट, शिवचरण, विनोद कुमार एडवोकेट, जगन्नाथ, कामता प्रसाद, और आदिलोग़ समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
                                                        
                                                                
                                                                
                                                                
            
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