प्रयागराज: पुलिस का खुलासा- डॉक्टर दंपती ने कराया था 1 साल की मासूम का अपहरण, निसंतान भाई को गोद देना चाहते थे

Prakash prabhaw news
प्रयागराज
पुलिस का खुलासा- डॉक्टर दंपती ने कराया था 1 साल की मासूम का अपहरण, निसंतान भाई को गोद देना चाहते थे
बच्ची का अपहरण कुछ दिनों पहले कीडगंज इलाके से उस समय किया गया था जब वह रात में फुटपाथ पर अपनी मां के साथ सो रही थी। सुबह बच्ची को न पाकर परिवार ने पुलिस को सूचना दी।
यूपी के प्रयागराज में एक साल की बच्ची के अपहरण का अनोखा मामला सामने आया है। अगवा की हुई बच्ची को पुलिस ने शनिवार को बरामद कर लिया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि एक डॉक्टर दंपती के कहने और 60 हजार रुपये के ऑफर पर ऐसा किया गया। बाद में पुलिस ने अपहरण में शामिल लोगों के अलावा डॉक्टर दंपती को भी अरेस्ट कर लिया।
बच्ची का अपहरण 15 अक्टूबर को कीडगंज इलाके से उस समय किया गया था जब वह रात में फुटपाथ पर अपनी मां के साथ सो रही थी। सुबह बच्ची को न पाकर परिवार ने पुलिस को सूचना दी। कोई सुराग न मिलने पर पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जिसमें उसे अपहर्ता दिख गए। पुलिस ने इसी आधार पर अपनी जांच शुरू की और अपहर्ताओं समेत पांच लोग पकड़े गए।
शनिवार को पुलिस ने अपहर्ताओं को दबोच लिया। पूछताछ में पता चला कि झूंसी में रहने वाले डॉ रंजन प्रतापगढ़ के सरकारी होम्योपैथी अस्पताल में डॉक्टर हैं। उनके भाई चितरंजन सरकारी टीचर हैं लेकिन उनके कोई संतान नहीं थी। इसी दौरान डॉक्टर दंपती की मुलाकात हंडिया के जिला चिकित्सालय में आरोपी जमीला से हुई।
जमीला ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वह उन्हें कहीं से बच्चा ला देगी। दोनों के बीच 60 हजार में सौदा तय हो गया। डॉक्टर दंपती ने अडवांस के तौर पर जमीला को 35 हजार रुपये दे दिए। जमीला ने नईम नाम के रिक्शेवाले के जरिए अपहरण को अंजाम दिया था। लेकिन पुलिस ने शनिवार को परेड ग्राउंड पुलिया के पास सभी आरोपियों को उस समय रंगे हाथ पकड़ा जब बच्ची को डॉक्टर दंपति को सौंपा जा रहा था। पुलिस ने आरोपी नईम, जमीला, रामसूरत, डॉ रंजन गौतम और वंदना गौतम को अरेस्ट कर जेल भेज दिया। बच्ची को उसके माता-पिता को सौंप दिया गया है।
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