नाराज भाकियू ने मांगों को लेकर किया चक्का जाम, यातायात प्रभावित*

*नाराज भाकियू ने मांगों को लेकर किया चक्का जाम, यातायात प्रभावित*
*अधिकारियों के आश्वासन पर खोला बांदा-सागर मार्ग*
*पी पी एन न्यूज*
(कमलेन्द्र सिंह)
बिंदकी/फतेहपुर
लगभग एक सप्ताह से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे नाराज भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के लोगों ने विभिन्न समस्याओं को लेकर एकमत होकर बांदा-सागर मार्ग को जाम करके आवागमन बाधित कर दिया। सूचना पर पहुंचे पुलिस द्वारा अधिकारियों के बुलाने तथा समस्याओ को शीघ्र हल कराने के आश्वासन के बाद मार्ग को खोल दिया गया।
पांच दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे खजुहा ब्लाक क्षेत्र के भवानीपुर गांव में विभिन्न समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के लोगों ने सोमवार को शाम लगभग 4 बजे मांगे पूरी न होने के विरोध में बांदा- सागर मार्ग जाम करके सड़क के बीचोबीच डरी बिछाकर बैठ गए और चेतावनी देते रहे कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं की जाती तब तक वह लोग हिलने वाले नहीं है साथ ही उनका अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा। इस दौरान थोड़ी देर बाद ही सूचना पर पुलिस पहुंची और पुलिस ने यूनियन के लोगों को आश्वासन दिया कि अधिकारियों को मौके पर बुलाएंगे और उनकी मांगे पूरी कराने का प्रयास करेंगे। पुलिस के इस आश्वासन के बाद यूनियन के लोग रोड से हटकर एक किनारे बैठ गए और आवागमन को सुचारू रूप से शुरू करा दिया। उधर विद्युत विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और कहा कि किसानों को विद्युत आपूर्ति ज्यादा से ज्यादा दी जाएगी तथा जहां भी जर्जर तार है उन को ठीक कराने का काम किया जाएगा। आपको बता दें कि भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के लोग पिछले 5 दिनों से भवानीपुर गांव में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे थे जिनकी लगातार मांगे प्रयासरत थी। उनकी अन्य मांगों में खजुहा ब्लाक के मंडराव गांव में कुछ दबंग किस्म के लोग आबादी की जमीन पर कब्जा करने, जिन पर आवश्यक कानूनी कार्रवाई करके दंडित कराए जाने तथा 20 साल से जो पानी की टंकी बेकार पड़ी है उसे शीघ्र ठीक करवाते हुए जलापूर्ति सुनिश्चित कराएं जाने व सरकंडी गांव में स्थित चौकी में भारी पुलिस बल तैनाती, काशीराम कॉलोनी में जिन लोगों का अवैध कब्जा है जांच कर उन्हें बेदखल करते हुए पात्रों को कालोनी आवंटित कराने तथा 11 साल से अधूरा पड़ा बिंदकी बाईपास जल्द बनवाए जाने हेतु प्रमुख मुद्दा रहा। इस अवसर पर अंगद सिंह, बबलू सिंह कालिया, रज्जन सिंह, देवदत्त गिरी सहित सैकड़ों किसान उपस्थित रहे।
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