अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मूर्तिकार और पद्म भूषण राम सुतार के घर में हुई चोरी का खुलासा, घरेलू सहायक समेत दो को गिरफ्तार

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अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मूर्तिकार और पद्म भूषण राम सुतार के घर में हुई चोरी का खुलासा, घरेलू सहायक समेत दो को गिरफ्तार
चोरी किए हुए 22 लाख 65 हज़ार नगद और ज्वेलरी, पद्म भूषण पदक भी बरामद
अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मूर्तिकार और पद्म भूषण से सम्मानित राम सुतार के घर में हुई चोरी का नोएडा की कोतवाली सेक्टर 20 पुलिस ने खुलासा करते हुए इस घटना में शामिल घरेलू सहायक आरोपी मदन मोहन दास और उसके सहयोगी लोकेश को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों पास में पुलिस ने चोरी किए हुए 22 लाख 65 हज़ार नगद और ज्वेलरी, पद्म भूषण पदक भी बरामद किया है। पुलिस ने इन घरेलू सहायकों को रखने वाली प्लेसमेंट एजेंसी के संचालक खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
पुलिस के गिरफ्त में खड़े उड़ीसा निवासी मदन मोहन दास और लोकेश को कोतवाली सेक्टर 20 पुलिस ने गुरुग्राम के सेक्टर 24 से गिरफ्तार किया है।एडीजीपी रणविजय सिंह ने बताया की ने बताया कि मूर्तिकार राम सुतार के बेटे अनिल सुतार ने 3 मार्च 2021 को दिल्ली स्थित मेरी नीड्स प्लेसमेंट एजेंसी से ओडिशा निवासी मदन मोहन दास नामक घरेलू सहायक को हायर किया था। 9 मार्च को मदन मोहन उनके घर से 26 लाख रुपये, ज्वेलरी, पद्म भूषण व मंगोलिया सरकार की तरफ से दिए गए पदक चोरी कर ली थी। इस चोरी की वारदात में लोकेश उसकी मदद की थी।
एडीसीपी ने बताया कि मदन मोहन दास व ओडिशा के आशीष, पप्पू, मोटा आदि नामक युवक दोस्त हैं। सभी घरेलू सहायक बनकर संगठित तरीके से देश के शहरों में बड़ी चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं। मदन मोहन वर्ष 2019 में गुरुग्राम में एक घर से 30 लाख की चोरी की थी। मामले में वह भोंडसी जेल भी गया था। जेल में उसकी दोस्ती गिरफ्तार आरोपी लोकेश से हुई थी। जेल से छूटने के बाद लोकेश के माध्यम से दिल्ली की मेरी नीड्स प्लेसमेंट एजेंसी के मालिक आदर्श शर्मा से संपर्क किया और राम सुतार के घर नौकरी पाई थी। प्लेसमेंट एजेंसी ने आरोपी मदन मोहन का पुलिस से सत्यापन नहीं कराया था। पुलिस एजेंसी संचालक आदर्श पर भी कार्रवाई करेगी।
एडीसीपी ने बताया कि गिरफ्तार दोनों आरोपी अपने साथियों के साथ कई बड़ी चोरी नोएडा में चोरी करने के बाद बंगलूरू व अन्य शहरों में वारदात करने वाले थे। आरोपी कई भाषा बोलना जानते हैं, जिससे देश के किसी भी हिस्से में भी नौकरी कर सकते थे। ये लोग हिंदी, अंग्रेजी के अलावा बंगाली, उड़िया, मराठी, भोजपुरी से लेकर कई अन्य भाषा में बातचीत लोगो को प्रभावित कर लेते थे। राम सुतार के बेटे अनिल सुतार पत्नी के साथ सेक्टर-6 स्थित डीसीपी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने एडीसीपी रणविजय सिंह से मिलकर नोएडा पुलिस का आभार जताया। पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने मामले सफल अनावरण करने के लिए पुलिस टीम को 50 हज़ार का इनाम देने की घोषणा की है।
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