मेडिकल कालेज की एमरजेंसी में एक युवक का चारपाई पर इलाज होता नजर आया जिसे कई डॉक्टरों की टीम देख रही थी

प्रकाश प्रभाव
बहराइच
रिपोर्ट, अबू शाहमा
मेडिकल कालेज की एमरजेंसी में एक युवक का चारपाई पर इलाज होता नजर आया जिसे कई डॉक्टरों की टीम देख रही थी ।
देर रात कुछ लोग एक चारपाई को हाथो में उठा कर एमरजेंसी वार्ड में ले जाते नजर आए । इस चारपाई पर एक युवक बेशुद पड़ा दिखाई दिया जिसे देखने मेडिकल कालेज की एमरजेंसी के कई डॉक्टर पहुंच गए ।
लेकिन डॉक्टरों ने युवक की मौत राश्ते में ही हो जाना बताया जिसे उसके घर वाले अपने साथ वापस ले गए ।
ये मामला है यूपी के बहराइच जिले के कैसर गंज क्षेत्र का जहां एक युवक मेडिकल स्टोर से दवा खरीदने गया था और वापस आते समय उसे चक्कर आने लगा इसी दौरान युवक पीछे गिरते वक्त वहां लगे बिजली के पोल से युवक का सर टकरा गया और युवक के सर में गंभीर चोट आ गई और वो वहीं बेहोश हो कर गिर गया ।
इसके बाद युवक के घर वालो ने एंबुलेंस को फोन किया पर एम्बुलेंस न मिल सकी और घर वाले इलाज के लिए अपने बेटे को प्राइवेट गाड़ी में एक चारपाई पर लिटा कर बहराइच मेडिकल कालेज ला आये।
जब घर वाले अपने घायल बेटे को मेडिकल कालेज लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे देखने के बाद मृत घोषित कर दिया । जब घायल युवक को एमरजेंसी लाया गया तो वहां मौजूद मेडिकल कालेज के स्टाफ ने न तो घायल युवक को स्टेचर दिया और न ही बेड दिया । इसी वजह से घायल का इलाज चारपाई पर ही शुरू हो गया ।
हालांकि की डॉक्टरों की कई टीम ने युवक को हर तरह से देखा मगर काफी देर हो चुकी थी । इलाज के दौरान इंतजाम सही न होने से घायल युवक के साथ आए कुछ लोग काफी नाराज दिखाई दिए।
अब सवाल ये है के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ प्रदेश के हर शख्स को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने की हर कोशिश कर रहे है ।
मगर कुछ स्वास्थ्य कर्मियों की वजह से अक्सर सरकारी अस्पताल में इलाज कराने आये मरीजो के साथ लापरवाही की घटनाएं सामने आती रहती है । जिसका नतीजा आज बहराइच में भी भी देखने को मिला है । न समय से एम्बुलेंस मिली और न मेडिकल कालेज में स्टेचर और बेड नसीब हुआ ।
इस मामले में मेडिकल कालेज के सीएमओ कुछ भी बोलने को तैयार नही है ।
इस घटना से एक बात तो साफ है के बहराइच का स्वास्थ्य विभाग यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बेहतर इलाज के सपने को तोड़ता नजर आ रहा है।
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