कोरोना काल के दौरान काम करने वाले संविदा कर्मी सड़क पर

prakash prabhaw news
लखनऊ।
नीरज उपाध्याय की रिपोर्ट
कोरोना काल के दौरान काम करने वाले संविदा कर्मी सड़क पर
जहां एक तरफ सरकार लोगों को रोजगार देने की बात करती है, तो वहीं दूसरी तरफ लोगों को बेरोजगार करने में भी कोई कोताही नहीं कर रही है। आपको बता दें कि कोरोना काल के दौरान पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग में लैब टेक्नीशियन,वार्ड ब्वाय और अन्य बहुत से पदों पर भर्ती की गई थी।
अब हालात यह है कि कोरोना की स्थिति जैसे-जैसे कमजोर पड़ी उन्हें निकाल कर बाहर कर दिया गया। अब वह कर्मचारी भुखमरी के कगार पर आ गए हैं। उनकी मांग है कि स्वास्थ्य विभाग में बहुत सी रिक्तियां खाली पड़ी हुई है, उन्हीं पदों पर उन्हें समायोजित कर दिया जाए। कर्मचारियों के अनुसार इस संबंध में स्वास्थ्य कर्मियों ने जब स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह से चर्चा की तो स्वास्थ्य मंत्री ने साफ-साफ कह दिया कि केवल आप लोगों को 3 माह के लिए रखा गया था, लेकिन कोरोना काल में आप लोगों को 3 महीने का एक्सटेंशन भी दिया गया था लेकिन अब कुछ नहीं हो सकता ऐसे में 1500 लोगों की नौकरी खतरे में नजर आ रही है।
जिसको लेकर राजधानी लखनऊ में कोरोना कॉल के दौरान कार्य करने वाले स्वास्थ्य कर्मचारी मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने के लिए लखनऊ पहुंचे हुए हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि यह सरकार रोजगार देती है या रोजगार छीन कर बेरोजगार करती है
Comments