एक दशक से ग्राम भैरमपुर विकास के लिए बना उपेक्षा का शिकार

एक दशक से ग्राम भैरमपुर विकास के लिए बना उपेक्षा का शिकार
पी पी एन न्यूज
बकेवर/फतेहपुर
विकासखंड देवमई के कृपालपुर ग्रामसभा के मजरे भैरमपुर में विकास कार्यो के लिए जनता आज भी वंचित है। भैरमपुर गॉव में लगभग 6 सौ मतदाता है। दो पंचवर्षीय रहे पूर्व प्रधान ने ग्रामीणों को आवास और शौचालय के लिए वंचित रखा तथा प्रशासनिक अधिकारियों ने भी अनदेखा किया जिसके कारण ग्रामीणों को शौचक्रिया हेतु जंगल जाने के लिए बाध्य होना पड़ता है।
गांव की महिला गुड्डन देवी ने बताया कि उसके 5 बच्चे हैं, पति परदेस में मजदूरी करता है ,उसके बच्चों में एक लड़की कामिनी विकलांग भी है। ऐसी अवस्था में शौचालय मिल जाता तो दिक्कत नहीं होती और अभी तक आवास भी नहीं मिला है और कच्चे मकान में ही रहना पड़ रहा है।
इसी प्रकार सोमवती, गया प्रसाद, रामदीन, रामखेलावन, सुनील, संतोष निषाद, रामविलास, विनोद, दीनू, भगवानदास, अमर सिंह, राम अवतार, शंभू, सुधीर, पप्पू, धनीराम, रामराज, रामकरण आदि लगभग सैकड़ों लोग ऐसे हैं जिनको अभी तक शौचालय नहीं प्राप्त हुआ है। ग्रामीण आज भी आवास व शौचालय के लिए शासन-प्रशासन की राह ताकने को विवश हैं, जिसके चलते ग्रामीणों में काफी नाराजगी का माहौल व्याप्त है।
बाबत ग्राम पंचायत अधिकारी प्रवीण सिंह ने बताया कि यह ग्राम पंचायत मेरे लिए अभी आवंटित हुई है, जिसमें चुनाव के पश्चात सभी को शौचालय दिलाने का काम किया जाएगा और आवास में जब नई सूची बनेगी तो नाम बढ़ाए जाएंगे।
Comments