मंडलायुक्त एवं जिलाधिकारी ने कालाकांकर के लेहरी पुल एवं भीटा में किया वृक्षारोपण
- Posted By: MOHD HASNAIN HASHMI
- राज्य
- Updated: 4 July, 2021 18:51
- 588

प्रतापगढ
04.07.2021
रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी
मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी ने कालाकांकर के लेहदरी पुल एवं भीटा में किया वृक्षारोपण,
प्रदेश सरकार द्वारा आज 04 जुलाई 2021 को वृक्षारोपण महाकुम्भ के अवसर पर कालाकांकर अन्तर्गत लेहदरी पुल एवं भीटा में मण्डलायुक्त प्रयागराज/वृक्षारोपण नोडल अधिकारी संजय गोयल, जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल, मुख्य विकास अधिकारी प्रभास कुमार एवं मण्डलायुक्त प्रयागराज के परिवार ने पौधरोपित कर वृहद वृक्षारोपण महाकुम्भ अभियान की शुरूआत की। वृक्षारोपण के अवसर पर मण्डलायुक्त प्रयागराज ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के निर्देशन में प्रदेश में 30 करोड़ वृक्षों के रोपण का लक्ष्य रखा गया है, जिसके क्रम में जनपद प्रतापगढ़ को 34 लाख 38 हजार 915 वृक्षारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसके अन्तर्गत जनपद के विभिन्न विभागों द्वारा वृहद स्तर पर वृक्षारोपण का कार्य किया जा रहा है। उन्होने कहा कि सभी को अपने जीवन में कम से कम एक वृक्ष अवश्य लगाना चाहिये व उसकी देखभाल करने का संकल्प भी लेना चाहिये। पृथ्वी पर पर्यावरण को जीवन्त बनाये रखने एवं जीवन को संजीवनी प्रदान करने के लिये वृ़क्षारोपण अत्यंत आवश्यक है। वृक्षारोपण से वन सम्पदा में वृद्धि होती है। वृ़क्ष ऑक्सीजन के उत्सर्जन के साथ ही वायुमण्डल में कार्बन डाई ऑक्साइड को नियंत्रित करते हैं। मानव व जीव-जन्तुओं के जीवन को सुखी, समृद्ध एवं वायुमण्डल को संतुलित बनाये रखने के लिये वृक्षों का विशेष महत्व है। मानव को प्रारम्भ से प्रकृति द्वारा जो कुछ प्राप्त होता रहा है, उसे निरन्तर प्राप्त करते रहने के लिये वृक्षारोपण आवश्यक है। वन हमारी प्राकृतिक आपदाओं से रक्षा करते हैं तथा धरती को जीवन्त और उपजाऊ बनाकर फल-फूल, औषधि व अन्न आदि प्रदान करते हैं। वृक्षारोपण के दौरान मण्डलायुक्त प्रयागराज ने जन सामान्य से कोविड-19 के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु जागरूक रहने की अपील किये।
इस अवसर पर जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल ने कहा कि हमारे देश भारत की संस्कृति एवं सभ्यता वनों में ही पल्लवित तथा विकसित हुई है, वृक्षारोपण से प्रकृति का संतुलन बना रहता है, वृक्षारोपण मानव समाज का सांस्कृतिक दायित्व भी है क्योंकि वृक्षारोपण हमारे जीवन को सुखी संतुलित बनाये रखता है तथा हमारे जीवन में राहत और सुखचैन प्रदान करता है। उन्होने कहा कि वृक्षारोपण राष्ट्रीय हरितक्रान्ति का एक अनिवार्य पहलू है। पेड़ पर्यावरण का एक अनिवार्य हिस्सा है, धरती पर पेड़ों और पौधों के अस्तित्व के बिना मनुष्य और जानवरों की अन्य प्रजातियों का अस्तित्व सम्भव नही है। हरा-भरा एवं प्रदूषण मुक्त वातावरण के लिये वृक्ष लगाये जाने की जरूरत है, हम सब लोगों को अधिक से अधिक वृक्षारोपण के साथ उसको संरक्षित करने की जिम्मेदारी भी निभानी चाहिये। उन्होने कहा कि पर्यावरण को बेहतर बनाने में वृक्ष मदद करते है, ये हवा को शुद्ध करते है, पानी को संरक्षित करते है, जलवायु नियंत्रण में मदद करते है, मिट्टी की शक्ति को बरकरार रखते है और कई अन्य तरीको से समग्र पर्यावरण को लाभ पहुॅंचाते है। वृक्ष धरती का आभूषण है व पर्यावरण सन्तुलन में सहायक है, इसलिये सभी लोगों को अधिक से अधिक वृक्ष लगाने चाहिये जिससे पर्यावरण का सन्तुलन बना रहे। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी कुण्डा सतीश चन्द्र त्रिपाठी, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी वरूण सिंह सहित अन्य अधिकारियों व सम्भ्रान्त लोगों ने भी वृक्षारोपण किया।
जनपद में वृहद वृक्षारोपण महाकुम्भ के अवसर पर वन विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, पुलिस विभाग, उद्यान विभाग, लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, सिंचाई विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, सहकारिता विभाग, माध्यमिक शिक्षा विभाग, बेसिक शिक्षा विभाग, नगर विकास विभाग एवं विद्युत विभाग द्वारा वृक्षारोपण किया गया।
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