निजी स्कूल व कालेज का दर्द नहीं समझ रही है सूबे की सरकार
- Posted By: MOHD HASNAIN HASHMI
- राज्य
- Updated: 20 May, 2021 19:40
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प्रतापगढ
20.05.2021
रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी
निजी स्कूल और कॉलेज का दर्द नहीं समझ रही सूबे की सरकार
एक तरफ जहां दूसरे देश कोराना को हरा कर आगे बढ़ रहे हैं !! तो वहीं दूसरी ओर हमारे देश में दूसरी ओर तीसरी लहर आ रही है इसके साथ ही कोरोना का असर हर वर्ग पर पड़ा है. इससे शिक्षा का क्षेत्र भी अछूता नहीं रहा है. प्राइवेट स्कूलों पर भी इस कोरोना काल का बुरा असर पड़ा है, क्योंकि स्कूलों का संचालन अब तक शुरू नहीं हो सका है. जिसके चलते प्राइवेट स्कूलों के संचालकों के लिए अब भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई अशासकीय स्कूल और वहां के शिक्षक आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं. आज पूरे प्रदेश में बहुत सारे प्राइवेट विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं. जो भुखमरी के कगार पर आ गए हैं. अगर अनुमान लगाया जाए कि एक विद्यालय में 10 टीचर हैं तो आप अनुमान लगा सकते कितने टीचर है जो बेरोजगार हो चुके हैं. कोई पान का ठेला खोल रहा है, कोई सुसाइड कर रहा है. ऐसी कई बातें हमारे सामने आ रही हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री से मांग हैं कि अशासकीय विद्यालयों की ओर भी इस कोरोना संकट में ध्यान दिया जाए।
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